जशपुर:- प्रदेश में कोरोना का कहर पूरे चरम पर है corona से हो रही मौतों के चलते प्रदेश के महानगरों के श्मशानो से डराने वाली तस्वीरे आ रही है वही corona से जूझ रहे जशपुर में कोरोना से मौत के बाद मुर्दों को अंतिम संस्कार के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है क्योंकि यहां के वन विभाग से इन दिनों चीता की लकड़ी गायब हो चुकी है। ये हालात है जिले में नागलोक के नाम से विख्यात तपकरा के ।तपकरा में शनिवार को जब कोरोना से एक एलआईसी अभिकर्ता की मौत हो गयी और परिजन जब तपकरा वन विभाग चीता की लकड़ी लेने पहुँचे तो उन्हें बताया कि यहॉ के लकड़ी टाल में एक किलो भी लकड़ी नही है ।बीते सप्ताह कोरोना से मृत एक व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए पुरी लकड़ी दे दी गयी थी उंसके बाद से यहाँ लकड़ी ही नहीं है।वन विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि काफी दिनों से टाल में लकड़ी नहीं है जो लकड़ी बचा था वह होलिका दहन और एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में लग गया । हांलाकि उन्होंने
यह बताना जरूरी है कि रविवार को तपकरा से 2 मौत होने की खबर है और आज भी टाल में लकड़ी नहीं होने की बात की जा रही हैं।आज जब वन विभाग के कर्मचारियों से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि अंबिकापुर से लकड़ी रवाना हो गया है लेकिन सोमबार सुबह 10 बजे तक ही डिपो में लकड़ी पहुँच पाएगा ।