नई दिल्ली:– नासा ने एक विशालकाय क्षुद्रग्रह 2003 MH4 को लेकर चेतावनी जारी की है, जो पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है. यह चट्टान 30,060 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आ रही है और इसका आकार 335 मीटर है. नासा की जेट प्रोपल्शन लैब (JPL) इस पर कड़ी नज़र रख रही है. इस खबर ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है.
2003 MH4 का आकार इतना बड़ा है कि यह एफिल टॉवर जितना ऊंचा है. यह अपोलो समूह का क्षुद्रग्रह है, जो पृथ्वी की कक्षा को पार करने के लिए मशहूर है. इसका आकार तीन फुटबॉल मैदानों जितना है, यानी करीब 1100 फीट. इस वजह से वैज्ञानिक इसे ‘संभावित रूप से खतरनाक’ मान रहे हैं.
यह क्षुद्रग्रह 24 मई, 2025 को शाम 4:07 बजे IST पर पृथ्वी के पास से गुजरेगा. यह 6.68 मिलियन किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा, जो चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी से 17 गुना है. नासा का कहना है कि अभी इससे कोई खतरा नहीं है. फिर भी, इसके बड़े आकार के कारण इसकी निगरानी जरूरी है.
नासा ने स्पष्ट किया है कि 2003 MH4 से पृथ्वी को तत्काल कोई खतरा नहीं है. लेकिन इसका बड़ा आकार और नजदीकी रास्ता वैज्ञानिकों को सतर्क रखता है. नासा का सेंटर फॉर नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज (CNEOS) इस पर नज़र रख रहा है. भविष्य में इसके रास्ते में बदलाव की संभावना देखी जा रही है.
क्षुद्रग्रह, जिन्हें क्षुद्रग्रह भी कहा जाता है, सूर्य के चारों ओर घूमने वाली चट्टानें हैं. इनका आकार कुछ मीटर से लेकर किलोमीटर तक हो सकता है. ये 4.6 अरब साल पहले सौरमंडल के निर्माण से बचे हुए पिंड हैं. ज़्यादातर मंगल और बृहस्पति के बीच की बेल्ट में पाए जाते हैं.
2003 MH4 हर 410 दिन में सूर्य का एक चक्कर पूरा करता है. इसकी गति 14 किलोमीटर प्रति सेकंड है, यानी यह दिल्ली से मुंबई की दूरी मिनटों में तय कर सकता है. इसका रास्ता इसे कुइपर बेल्ट के करीब ले जाता है. वैज्ञानिक इसके अजीब रास्ते को समझने की कोशिश कर रहे हैं.
NASA इस क्षुद्रग्रह पर दूरबीनों और रडार सिस्टम से नज़र रख रहा है. इसके रास्ते में थोड़ा सा भी बदलाव भविष्य में ख़तरा बन सकता है. NASA के सॉफ़्टवेयर और मॉडल ऐसे ख़तरों को पहले ही पकड़ने में मदद करते हैं. यह तकनीक हमें भविष्य के लिए तैयार रखती है.
2003 MH4 अकेला नहीं है, NASA कई दूसरे नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट्स (NEO) पर नज़र रखता है. उदाहरण के लिए, अपोफिस क्षुद्रग्रह को 2029 में ख़तरा माना गया था, लेकिन अब यह सुरक्षित है. 2025 FA22 नामक एक क्षुद्रग्रह 2089 में इसके करीब आएगा, जिसके इससे टकराने की संभावना 0.01% है. नासा इस सब पर नज़र रख रहा है.n
2003 MH4 का गुज़रना हमें सौरमंडल की अस्थिरता की याद दिलाता है. अंतरिक्ष में हज़ारों ऐसी चट्टानें हैं, जो कभी भी ख़तरा बन सकती हैं. नासा और दूसरी एजेंसियाँ नई तकनीकों से इन पर नज़र रख रही हैं. यह सारी कोशिश धरती को सुरक्षित रखने के लिए है.
2003 MH4 का अलर्ट डराने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करने के लिए है. नासा की सतर्कता और तकनीक हमें किसी बड़ी दुर्घटना से बचा सकती है. इस खोज से सौरमंडल के रहस्यों को समझने में भी मदद मिलती है. वैज्ञानिकों का कहना है कि अंतरिक्ष में अभी बहुत कुछ खोजा जाना बाकी है.