
रायपुरः राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव का आगाज हो गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को इसका शुभारंभ किया।
19 से 21 अप्रैल तक चलने वाले इस समारोह में राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव, राज्य स्तरीय जनजाति नृत्य महोत्सव और राज्य स्तरीय जनजाति कला एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिन के कार्यक्रम के दौरान 104 शोध पत्र भी पढ़ें जाएंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मां दंतेश्वरी की पूजा कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।कार्यक्रम की शुरुआत राजकीय गीत अरपा पैरी के धार से की गई।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में मौजूद लोगों ने भी खड़े होकर राजकीय गीत को गाया।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रख्यात कवि पद्मश्री डॉ हलधर नाग को सम्मानित करते हुए गले लगाया।सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिखी छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक।मुख्यमंत्री भूपेश आदिवासी नृत्य में मंत्रमुग्ध होकर स्वयं को नहीं रोक पाए और उनके साथ स्वयं नृत्य किया।