रायपुर:– राजधानी रायपुर में नवरात्रि का पर्व इस बार भव्य और अद्भुत धार्मिक माहौल के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। जगह-जगह माता रानी के दरबार सजाए गए हैं और भजन-कीर्तन की स्वर लहरियों से पूरा शहर भक्तिमय वातावरण में डूबा हुआ है।

कटोरा तालाब स्थित श्री बटेश्वर महादेव एवं श्री साईं मंदिर के आचार्य राजकुमार शास्त्री ने नवरात्रि के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “नवरात्रि केवल पर्व नहीं बल्कि भक्ति और साधना का अनोखा संगम है। बंगाली पूजा पंचमी से माता की स्थापना होती है और नवमी तक विशेष पूजन, अनुष्ठान और हवन का आयोजन होता है। माता दुर्गा जगत जननी हैं, उनकी उपासना से घर-परिवार में सुख-समृद्धि, शांति और ऊर्जा का संचार होता है।”
उन्होंने आगे कहा कि “हर वर्ष रायपुरवासियों का उत्साह और श्रद्धा बढ़ती जा रही है। इस बार तो शहर में नवरात्रि का उल्लास विशेष रूप से देखने को मिल रहा है। मां दुर्गा की कृपा से छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में खुशहाली बनी रहे, यही हमारी प्रार्थना है।”
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर राजधानी में बंगाली समाज भी अपने पारंपरिक ढंग से दुर्गोत्सव मना रहा है। शहर के विभिन्न पंडालों में भव्य दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की गई है और पूरे विधि-विधान से अष्टमी व नवमी के दिन विशेष पूजन-अर्चन होगा। बंगाली समाज के अनुष्ठानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने रायपुर की नवरात्रि को और अधिक रंगीन बना दिया है।
शहरवासियों ने बताया कि इस बार नवरात्रि का उत्सव पहले से ज्यादा भव्य है। श्रद्धालु सुबह-शाम माता के दरबार में पहुंचकर आशीर्वाद ले रहे हैं। मंदिरों और पंडालों में सुरक्षा व व्यवस्थाओं के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।

भक्तों का मानना है कि नवरात्रि केवल धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि समाज को एकजुट करने और सकारात्मक वातावरण तैयार करने का सबसे बड़ा अवसर है।