कोरबा:– जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ब्लड यूनिट की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है जानकारी के अनुसार कुसमुंडा निवासी खमर सिंह गोड़ अपनी सिकलिन (Sickal cell ) सेल पीड़ित बच्ची को खून की कमी के कारण जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि बच्ची के शरीर में मात्र 5 ग्राम हीमोग्लोबिन बचा है जिसके चलते तत्काल ब्लड चढ़ाने की आवश्यकता बताई गई परिजनों के अनुसार जब ब्लड सैंपल की जांच की गई तो लैब रिपोर्ट में बच्ची का ब्लड ग्रुप AB पॉजिटिव लिखा गया जबकि परिजन पहले से जानते थे की बच्ची का ब्लड ग्रुप B पॉजिटिव है इस पर जब उन्होंने आपत्ति जताई और पुन जांच की मांग की तो दोबारा टेस्ट करने पर ब्लड ग्रुप B पॉजिटिव ही निकला अमर सिंह गोड़ ने बताया कि अगर हमने समय पर ध्यान नहीं दिया होता तो मेरी बच्ची की जान खतरे में पढ़ सकती थी इतनी गंभीर बीमारी में गलत ब्लड रिपोर्ट देना बहुत बड़ी लापरवाही है जब इस पूरे मामले को लेकर मीडिया से संबंधित डॉक्टर से बात की तो डॉक्टर ने सफाई देते हुए कहा कि कभी-कभी ऑटो न्यूज या न्यूमेटिक रिएक्शन की वजह से मशीन रिपोर्ट में ऑटो एरर हो सकता है यह बहुत ही रेयर केस में होता है हालात की परिजन और अन्य लोग इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए जांच की मांग कर रहे हैं