उदयपुर:– राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (RRVUNL) की परसा खुली खदान में विकसित उद्यानिकी नर्सरी का आज उद्घाटन हुआ। यह पहल हरित खनन और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

नर्सरी में साल, महुआ, तेंदू, साजा, बहेड़ा, इमली, आम, कटहल, जामुन और नीम सहित 15 से अधिक देशज प्रजातियों के 20,000 से अधिक पौधे तैयार किए गए हैं। पौधों की देखभाल के लिए अत्याधुनिक टपक सिंचाई प्रणाली और प्रशिक्षित वनस्पतिशास्त्रियों की टीम तैनात है।

इस परियोजना में वॉशरी, माइन और सिविल विभागों का विशेष सहयोग रहा। स्थानीय लोगों की भागीदारी से नर्सरी को और आधुनिक रूप दिया गया है।
गौरतलब है कि परसा ईस्ट केते बासन (पीईकेबी) खदान में अब तक 15.68 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं, जिनमें से एक लाख साल के पेड़ 20–30 फीट ऊँचाई तक पहुँच चुके हैं। पिछले तीन वर्षों में ही 1,200 एकड़ में घना जंगल तैयार हुआ है। कोयला मंत्रालय ने पीईकेबी खदान को लगातार चार वर्षों तक पाँच सितारा रेटिंग प्रदान की है।
परसा खुली खदान की यह नई नर्सरी आने वाले वर्षों में वनीकरण को और गति देगी, जिससे खनन क्षेत्र का भविष्य और भी हरित और सतत होगा।