नई दिल्ली:- केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय ने EDLI योजना के नियमों में बड़ी ढील दी है. कर्मचारियों को राहत देते हुए सरकार ने यह साफ कर दिया है कि अगर किसी कर्मचारी की नौकरी के दौरान मौत हो जाती है तो उसके नॉमिनी को कम से कम 50 हजार रुपये का इंश्योरेंस मिलेगा. इतना ही नहीं अगर किसी कर्मी के पीएफ अकाउंट में पैसे नहीं हैं तो भी उसे यह लाभ मिलेगा.
इसके अलावा अगर अगर किसी कर्मचारी की नौकरी में 60 दिन का गैप हो जाता है तो भी उसे लगातार नौकरी ही माना जाएगा. नए नियम के अनुसार अगर किसी कर्मचारी की नौकरी के दौरान मौत हो जाती है तो उसके नॉमिनी को कम से कम 50,000 रुपये का मुआवजा मिलेगा.
12 महीने नौकरी करने वाले को भी मिलेगा बीमा लाभ
बता दें कि पहले यह नियम था कि कर्मचारी के पीएफ खाते में कम से कम 50,000 रुपये होने चाहिए, तभी उसके नॉमिनी को इंश्योरेंस का लाभ मिलता था. हालांकि, अब इस नियम में बदलाव किया गया है. मंत्रालय ने यह भी बताया कि अगर किसी कर्मचारी ने लगातार 12 महीने तक नौकरी की है, तो भी उसके परिवार को बीमा का लाभ मिलेगा.
क्या बीच में नौकरी छोड़ने पर मिलेगा लाभ
नए नियमों के अनुसार अगर कोई कर्मचारी बीच में नौकरी छोड़ देता है और गैप के बाद फिर से दूसरी नौकरी ज्वाइन करता है, तो भी उसे योजना का लाभ मिलेगा. इतना ही नहीं अगर दो नौकरियों के बीच 60 दिन से कम का गैप है, तो उसे भी लगातार नौकरी माना जाएगा. यानी अगर किसी कर्मचारी ने दो अलग-अलग कंपनियों में काम किया है और उन दोनों नौकरियों के बीच 60 दिन तक का गैप रहा, तो नॉमिनी इश्योरेंस के लाभ का पात्र होगा.
जानें और क्या हुए बदलाव
यह नहीं नए नियमों के तहत अगर किसी कर्मचारी की मौत आखिरी सैलरी मिलने के 6 महीने में हो जाती है तो भी उसके नॉमिनी को इंश्योरेंस का लाभ मिलेगा. मंत्रालय का कहना है कि जो भी कर्मचारी EPFO के सदस्य है और आखिरी सैलरी से पीएफ कटने के 6 महीने के भीतर मौत हो जाती है तो भी कर्मचारी द्वारा बनाए गए नॉमिनी को योजना के इंश्योरेंस का लाभ मिलेगा.
क्या है EDLI योजना
कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत चलाया जाता है. इस योजना के तहत संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को नौकरी के दौरान मौत होने पर इंश्योरेंस का लाभ मिलता है. योजना के तहत कर्मचारी के परिजनों यानी कानूनी उत्तराधिकारी को एकमुश्त रकम मिलती है. इंश्योरेंस के तहत कर्मचारी को अपनी ओर से कोई पैसा नहीं देना होता है.