नई दिल्ली:– दीपोत्सव के पांचवे और अंतिम दिन भाईदूज के रूप में मनाया जाएगा। यह दिन भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस खास दिन पर बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई बहन की सुरक्षा और खुशियों का वचन देता है। रक्षाबंधन की तरह भाई दूज पर्व भी खास होता है। इसे भाई और बहन के अटूट प्रेम और रिश्ते का प्रतीक माना जाता है।
आज के समय में रिश्ते महज औपचारिक हो गए है जहां पर जुड़ाव आपस में कम ही नजर आता है लेकिन दुनिया में माता-पिता और भाई के साथ का रिश्ता सबसे खास होता है।
रिश्तों की मजबूती का जरिया
यहां पर बात करें तो, रिश्ते केवल रक्षा के लिए नहीं भावनाओं से जुड़े हुए भी होना चाहिए। भाई दूज केवल तिलक और मिठाई तक सीमित नहीं, यह एक ऐसा दिन है जब रिश्तों को और मजबूत करने का प्रयास किया जाता है। ऐसे में भाई दूज पर बहन और भाई को एक दूसरे से कुछ वादे जरूर कर लेने चाहिए ताकि वे अपने रिश्ते को और भी ज्यादा मजबूत बना सकें।
भाई दूज पर इन 5 वादों को जरूर करें
भाई दूज का त्योहार प्यार और विश्वास का प्रतीक होता है। इस मौके पर आपको 5 वादें करना चाहिए…
1- भाई -बहन एक दूसरे से वादा करें कि, सम्मान और समानता का भाव आपस में रखेंगे।भाई अपनी बहन की इच्छाओं, निर्णयों और सपनों का सम्मान करे और बहन भाई को भावनात्मक सहयोग देंगे।
2- भाई-बहन एक-दूसरे को समय देंगे जहां पर आज की भागदौड़ में साथ बिताया गया समय सबसे बड़ा तोहफा है। हर त्योहार पर मिलें या बात करें, यह रिश्ता जीवंत रखता है।
3- भाई दूज के मौके पर भाई-बहन दोनों वादा करें कि किसी भी परिस्थिति में एक-दूसरे को अकेला नहीं छोड़ेंगे। जब भाई या बहन को महसूस होता है कि उनका साथ देने के लिए आप हैं तो रिश्ता में विश्वास बढ़ता है।
4- एक वादा भाई-बहन आपस में यह भी करें कि, आपस में बातचीत होती रहें। रिश्ते को केवल परंपरा नहीं, संवेदना से जोड़ें। एक दूसरे से खुलकर बात करें। आपके जीवन में क्या चल रहा है, इस बारे में उनसे चर्चा करें।
5- याद रखें कि, भाई-बहन मिलकर घर की खुशियां और परंपराएं जीवित रखें, यही असली ‘भाई दूज’ की भावना है।