नई दिल्ली:– सावन के पहले सोमवार की शुरूआत आज से हो गई है वहीं पर शिवभक्त इस दिन से भगवान शिव की आराधना करते हुए व्रत रख रहे है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ, हफ्ते में एक दिन का उपवास रखने की सलाह हमेशा से देते आए है। वहीं पर हाल ही में एक नई रिसर्च स्टडी से खुलासा हुआ है कि, अगर आप एक दिन का उपवास रखते है तो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचें रहेंगे। क्या सच में ऐसा हो सकता है इसकी सच्चाई जानने के लिए रिसर्च को समझते है।
जानिए क्या कहती है स्टडी
यहां पर मेमोरियल स्लोअन केटरिंग कैंसर सेंटर की ओर से नई रिसर्च स्टडी में कहा गया कि, व्रत किस तरह कैंसर कोशिकाओं को प्रभावित कर सकता है और इससे निपटना आसान है। इसे रिसर्च में चूहों पर रिसर्च की गई थी जिसमें संकेत सामने आए है कि, उपवास में कैंसर के खिलाफ शरीर का नेचुरल डिफेंस सिस्टम मजबूत बनता है, इससे लगता है कि व्रत नेचुरल किलर सेल्स के काम को बढ़ाने में मदद करता है।
वहीं पर ये इम्यून सिस्टम के ऐसे फैक्टर्स हैं, जो कैंसर सेल्स पर अटैक करते हैं। चूहों पर की गई स्टडी पर पता चला कि, लीवर की सेहत और कैंसर के खतरे पर इंटरमिटेंट फास्टिंग का प्रभाव पड़ता है. इंटरमिटेंट फास्टिंग प्रोग्राम फैटी लीवर, लीवर की सूजन और लीवर के कैंसर के रिस्क को कम कर सकता है।
जानिए कैसे इंसानों पर रहेगा इसका असर
इंसानों में व्रत रखने का कैसा प्रभाव रहता है औऱ कैसा नहीं इसे लेकर स्वास्थ्य एक्सपर्ट कहते हैं कि, उपवास कैंसर का खतरा कम करने में मददगार होगा या नहीं यह इंसुलिन लेवल और सेलुलर रिएक्शन पर इसके संभावित प्रभाव पर निर्भर करता है। इसके अलावा डॉक्टर बताते हैं कि, हाई इंसुलिन लेवल कैंसर सेल्स को बढ़ावा देने से जोड़ा गया है, जबकि उपवास, इंसुलिन लेवल को कम कर कैंसर सेल्स को पनपने के लिए कम अनुकूल वातावरण तैयार कर सकता है।
उपवास उन प्रक्रिया को भी एक्टिव कर सकता है, जो प्री-कैंसरस सेल्स को बढ़ने से पहले ही कम कर सकती हैं। यहीं पर व्रत करने के फायदों की बात की जाए तो उपवास करने से शरीर में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट बढ़ने लगते हैं, जो कोशिकाओं को कैंसर से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं। लेकिन फिलहाल इस पर शोध होना बाकी है।
