नई दिल्ली:· आज के समय में हर सरकारी काम में आधार कार्ड और पैन कार्ड की जरूरत होती है। लेकिन अब केंद्र सरकार ने एक बड़ा बदलाव कर दिया है। अगर आप सोच रहे हैं कि आधार या पैन से अपनी भारतीय नागरिकता साबित कर लेंगे, तो रुकिए! अब सरकार ने साफ कर दिया है कि नागरिकता के सबूत के तौर पर सिर्फ दो दस्तावेज़ ही मान्य होंगे। इस बदलाव का असर लाखों लोगों पर पड़ेगा, खासकर उन लोगों पर जो पासपोर्ट बनवा रहे हैं या सरकारी योजनाओं का लाभ लेना चाहते हैं।
सरकार का नया फैसला – क्या है बदलाव?
केंद्र सरकार ने बताया है कि नागरिकता साबित करने के लिए अब आधार कार्ड और पैन कार्ड को मान्यता नहीं दी जाएगी।
नागरिकता प्रमाणित करने के लिए केवल “जन्म प्रमाण पत्र” और “देश में रहने का प्रमाण” ही मान्य होंगे।
यह फैसला उन लोगों के लिए खास है जो पासपोर्ट, वोटर आईडी या सरकारी योजनाओं के लिए नागरिकता का प्रमाण देना चाहते
क्यों नहीं मान्य होंगे आधार और पैन?
आधार कार्ड केवल पहचान और पते का प्रमाण है, नागरिकता का नहीं।
पैन कार्ड टैक्स से संबंधित दस्तावेज़ है, जो भारत में आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए होता है।
इनमें से किसी भी दस्तावेज़ में यह नहीं लिखा होता कि कार्डधारक भारत का नागरिक है या नहीं।
मान्य दस्तावेज़ कौन-कौन से हैं?
सरकार द्वारा घोषित दो दस्तावेज़ जिनसे नागरिकता साबित की जा सकती है:
जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
नगरपालिका या अस्पताल द्वारा जारी
व्यक्ति के जन्म की तारीख और स्थान स्पष्ट होना चाहिए
देश में निवास का प्रमाण
राशन कार्ड, वोटर आईडी, या राज्य सरकार द्वारा जारी निवास प्रमाण पत्र
जिससे यह साबित हो सके कि व्यक्ति लंबे समय से भारत में रह रहा है
इन दोनों दस्तावेजों से ही अब आप नागरिकता सिद्ध कर सकते हैं।
इस फैसले से किसे होगी परेशानी?
प्रवासी भारतीयों (NRI) को, जिनके पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है
ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बुज़ुर्ग नागरिकों को, जिनके पास कोई निवास प्रमाण नहीं है
ऐसे लोग जिनके दस्तावेज़ अभी तक अपडेट नहीं हुए हैं या गुम हो चुके हैं
अगर आपके पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है तो आप नगरपालिका से बनवा सकते हैं
निवास प्रमाण पत्र स्थानीय तहसील या नगर परिषद से लिया जा सकता है
पुराने दस्तावेजों को डिजिटल फॉर्म में बनवाने की प्रक्रिया भी अब आसान हो गई है