कमलेश रायईशान किशन, श्रेयस अय्यर और दीपक चाहर ने टेस्ट की अनदेखी की थी. (AP) ईशान किशन, श्रेयस अय्यर और दीपक चाहर ने टेस्ट की अनदेखी की थी. (
ईशान किशन, श्रेयस और दीपक चाहर ने टेस्ट से बनाई थी दूरीबीसीसीआई ने टेस्ट को बढ़ावा देने के लिए लिया ये फैसलाधर्मशाला. टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने के वादे पर खरा उतरते हुए बीसीसीआई ने उन खिलाड़ियों के लिए प्रत्येक मैच 45 लाख रुपये का प्रोत्साहन देने का फैसला किया जो हर सत्र में निर्धारित 75 प्रतिशत या इससे ज्यादा मैच खेलते हैं. सचिव जय शाह ने शनिवार को इसकी घोषणा की.
एक टेस्ट खिलाड़ी जो एक सत्र में लगभग 10 टेस्ट मैच में हिस्सा लेता है, उसे बतौर प्रोत्साहन 4.50 करोड़ रुपये की मोटी धनराशि मिलेगी जो उसकी संभावित 1.5 करोड़ रुपये की मैच फीस (प्रत्येक मैच 15 लाख रुपये) से इतर होगी.अनुभवी क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और उमेश यादव (Umesh Yadav) को इस साल अनुबंध नहीं मिला है तो उन्हें पिछले सत्र के लिए उनकी ‘प्रोत्साहन’ राशि दी जाएगी.
साथ ही शीर्ष क्रिकेटरों को सालाना केंद्रीय अनुबंध के अंतर्गत ‘रिटेनर फीस’ भी मिलेगी.शाह ने कहा कि बोर्ड 2022-23 और 2023-24 सत्र के लिए करीब 45 करोड़ रुपये की राशि खर्च करेगा. शाह ने कहा, ‘इस योजना से खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अनुबंध से कहीं ज्यादा कमाई होगी. यह दिखाता है कि आईपीएल महत्वपूर्ण है लेकिन द्विपक्षीय क्रिकेट भी बहुत जरूरी है. इसमें कुल राशि 45 करोड़ रुपये खर्च होगी.’