उत्तर प्रदेश:– गंगा-यमुना का जलस्तर कम होने पर त्रिवेणी बांध स्थित बड़े (लेटे) हनुमान जी का पट खोल दिया गया है। अब भक्त दर्शन-पूजन कर सकेंगे। सोमवार सुबह मंदिर की सफाई करने के बाद हनुमान जी की प्रतिमा का अभिषेक व शृंगार किया गया।
बड़े हनुमान मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने सोमवार सुबह विधि-विधान से हनुमान जी का पूजन करके आरती उतारी। इसके बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया। यह पहला मौका है जब गंगा मइया ने एक वर्ष में तीन बार बड़े हनुमान जी को महास्नान कराया।
गंगा जी ने पहली बार 15 जुलाई को बड़े हनुमान जी को महास्नान (गंगा जल का मंदिर में प्रवेश) कराया था। जलस्तर कम होने पर 17 जुलाई को मंदिर का पट खोल दिया गया, लेकिन 18 जुलाई को पुन: हनुमान जी ने महास्नान किया।
इसके बाद 24 जुलाई को जलस्तर कम होने पर मंदिर का पट खुल गया था और भक्तों ने पूजन-अर्चन शुरू कर दिया था। हालांकि नागपंचमी पर्व पर 29 जुलाई को हनुमान जी ने एक बार फिर महास्नान किया। इससे मंदिर का पट बंद कर दिया गया था।
हनुमान जी के शयन (जल) में रहने तक उनकी चल प्रतिमा (मूल प्रतिमा का स्वरूप) काे कारिडोर के बाहर कमरे में रखा गया था। हनुमान जी के शयन करते तक चल प्रतिमा की पूजा की गई।