
नई दिल्ली। दुनिया भर में एक बार फिर कोरोना के नए वैरिएंट ने दहशत में डाल दिया है। कई भारत सहित कई देशों में इसके मामले सामने आ रहे हैं। वहीं छोटे बच्चों में ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर डराने वाली बात सामने आई है। दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टरों का कहना है कि इस बार 5 साल से छोटे बच्चों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अब एक और नई डराने वाली बात सामने आई है। दक्षिणी अफ्रीकी डॉक्टर का कहना है कि इस बार 5 साल से कम उम्र के बच्चों में भी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, सभी बच्चे ओमिक्रॉन से संक्रमित नहीं हैं, फिर भी बच्चों में संक्रमण बढ़ने से चिंता जरूर बढ़ गई है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट कितनी तेजी से फैल रहा है, इसका नतीजा इसी बात से लगा सकते हैं कि शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका में 16,055 नए मामले सामने आए हैं और 25 मरीजों की मौत हुई है, जबकि, नवंबर के दूसरे हफ्ते में हर दिन महज 200 मामले ही सामने आ रहे थे। हालांकि, बढ़ते संक्रमण के बीच वैज्ञानिकों ने छोटे बच्चों को लेकर चिंता जताई है।
दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेबल डिसीजेस की डॉ. वासिला जसैट ने कहा, ‘किसी भी वायरस में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा कम रहता है। पहले की महामारियों में भी यही देखने को मिला है। लेकिन तीसरी लहर में 5 साल से छोटे बच्चों और 15 से 19 साल के युवाओं के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या बढ़ी थी और अब चौथी लहर में हमने सभी एज ग्रुप में संक्रमण की बढ़ने का ट्रेंड देखा है, खास तौर से 5 साल से छोटे बच्चों में.’
उन्होंने कहा, ‘उम्मीद के मुताबिक बच्चों में संक्रमण अब भी कम है। लेकिन 5 साल से छोटे बच्चों में ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग इस वायरस से सबसे ज्यादा संक्रमित हैं और दूसरे नंबर पर 5 साल से छोटे बच्चों की संख्या है.’ उन्होंने ये भी कहा कि इस बार हमें कुछ अलग ट्रेंड भी देखने को मिल रहा है।
NICD से जुड़ीं डॉ. मिशेल ग्रोम ने भी यही चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में संक्रमण तेजी से क्यों फैल रहा है, इस पर रिसर्च होगी। इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि सरकारों को बच्चों के लिए बेड और स्टाफ बढ़ाने की ओर ध्यान देने की जरूरत है।