त्रिलोचन चक्रवर्ती
चिरिमिरी -कोरिया, 28 दिसंबर। 24 दिसंबर से पूरा हफ्ता शहीदी दिवस के रूप में मनाते हैं सिख समाज के लोग, सिख समाज के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी का शहीदी दिवस इसी महीने में मनाया जाता है। 24 दिसंबर सिख समाज के लोग इसे शहीदी दिवस के रूप में मनाते हैं। सिख समाज में इस दिन का विशेष महत्व होता है। गुरु गोविंद सिंह ने अपने बच्चों की कुर्बानी इसी हफ्ते अपने देश और धर्म के लिए दे दी थी।

बता दें कि औरंगजेब ने गुरु गोविंद सिंह जी के समय में उनसे इस्लाम स्वीकार करने के लिए कहा था। उन्होंने मुगल बादशाह औरंगजेब की तमाम कोशिशों के बावजूद इस्लाम धर्म धारण नहीं किया और तमाम जुल्मों का पूरी दृढ़ता से सामना किया। तभी औरंगजेब ने उनके परिवार और बच्चों सहित उनका सिर कलम करने का हुक्म जारी कर दिया। तभी से सिख समाज इसे शहीद दिवस के रूप में मनाती आ रही है।
चिरमिरी के डोमनहिल के माता कुजरी हॉल गुरूद्वारा में 26 दिसंबर से 28 दिसंबर तक गुरू गोविंद सिंह जी के चारों साहेबजादे के शहीद होने के उपलक्ष्य में हर साल शहीदी दिवस के रूप में तीन दिन लगातार कीर्तन पाठ और गुरु का अटूट लंगर कराया जाता है।
कीर्तन पाठ एवं अरदास के बाद सेवाभावी रूप से एवं श्रद्धाभाव से स्थानीय निवासियों को प्रसाद वितरण किया जाता साथ ही साथ लंगर की व्यवस्था की जाती है।