नई दिल्ली:– वैशाख अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह तिथि पितरों की शांति और दान-पुण्य के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार वैशाख अमावस्या 27 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से बहुत लाभ मिलता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए गए धार्मिक कार्यों से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है, तो आइए इस दिन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
वैशाख अमावस्या 2025 शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि पूरे दिन ही धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है, लेकिन कुछ विशेष मुहूर्त स्नान और दान के लिए और बहुत शुभ माने जाते हैं। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 10 मिनट से सुबह 4 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। फिर अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से दोपहर 1 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। इस दौरान स्नान-दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
वैशाख अमावस्या पर स्नान का महत्व
अमावस्या पर इस शुभ मुहूर्त में करें स्नान और दान, होंगे चमत्कारी लाभ
वैशाख अमावस्या स्नान और दान जैसे धार्मिक कार्यों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन शुभ मुहूर्त में किए गए ये काम न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण हैं बल्कि इससे जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस दिन स्नान-दान जरूर करें। ऐसा करने से पितरों को शांति मिलती है। इस बार वैशाख अमावस्या 27 अप्रैल को मनाई जाएगी।
स्नान और दान का मुहूर्त।
अमावस्या तिथि सनातन धर्म में बेहद महत्वपूर्ण मानी गई है।
अमावस्या हर महीने आती है।
अमावस्या पर पूजा और व्रत करने से पापों का नाश होता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैशाख अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह तिथि पितरों की शांति और दान-पुण्य के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार वैशाख अमावस्या 27 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से बहुत लाभ मिलता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए गए धार्मिक कार्यों से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है, तो आइए इस दिन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
वैशाख अमावस्या 2025 शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि पूरे दिन ही धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है, लेकिन कुछ विशेष मुहूर्त स्नान और दान के लिए और बहुत शुभ माने जाते हैं। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 10 मिनट से सुबह 4 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। फिर अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से दोपहर 1 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। इस दौरान स्नान-दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
वैशाख अमावस्या पर स्नान का महत्व
वैशाख अमावस्या के दिन पवित्र नदियों जैसे – गंगा या यमुना में स्नान करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से शरीर और आत्मा शुद्ध होते हैं और सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मन शांत रहता है। साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
वैशाख अमावस्या पर दान का महत्व
वैशाख अमावस्या के दिन दान-पुण्य करना विशेष फलदायी माना जाता है। इस दिन किए गए दान से पितर प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं। साथ ही दान जीवन में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
करें ये दान
इस दिन जरूरतमंदों को अन्न का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
इस तिथि पर वस्त्र का दान करने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
इस मौके पर अपनी क्षमतानुसार धन का दान करें, इससे आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
इस दिन काले तिल का दान करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है।
इस दिन छाता और जूते- चप्पलों का दान भी बहुत अच्छा माना जाता है।
