बैकुंठपुर/जनकपुर, 24 फरवरी। विकासखण्ड भरतपुर के ग्राम पंचायत नेरुआ के सचिव ने आत्महत्या कर सुसाइड नोट छोड़ रखा है। जिसमें जनपद पंचायत के दो बड़े अफसर व ब्लॉक कांग्रेस पदाधिकारी का नाम लिखा है। मामले में पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर विवेचना में जुटी है।
जानकारी के अनुसार ग्राम च्यूल निवासी छत्रपाल सिंह ग्राम पंचायत नेरुआ में सचिव के पद पर कार्यरत थे। मंगलवार की सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और सुसाइड नोट लिख छोड़ा है। मामले में बुधवार को शव का पीएम कराने के बाद परिवार को सौंपा गया है। परिवार व ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि विगत माह किसी कारणवश सचिव छत्रपाल सिंह से ग्राम पंचायत नेरुआ का अतिरिक्त प्रभार छीनकर दूसरे सचिव को सौंप दिया गया था। जिससे मृतक सचिव छत्रपाल सिंह डिप्रेशन में चला गया था। इसी डिप्रेशन में सोमवार देर शाम अपने घर से बाहर निकला और दूसरे दिन सुबह गांव में अपने घर से कुछ दूरी पर एक पेड़ पर गमछा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पीएम के लिए भेज दिया। मामले में ग्रामीणों के विरोध के कारण घटना तिथि को शव का पीएम नहीं हुआ। घटना के अगले दिन बुधवार को पीएम कराकर परिवार को सौंपा गया है। वहीं सुसाइडल नोट्स में तारीख 6 फरवरी लिखा हुआ है। मामले में पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना में जुटी है।

मृतक पंचायत सचिव सिंह के पास से एक सुसाइडल नोट्स मिला है। जिसमें तारीख 6 फरवरी अंकित है। जिसमें लिखा गया है कि जनपद पंचायत के दो बड़े अफसर व ब्लॉक कांग्रेस पदाधिकारी एक सचिव से 50 हजार लेकर मुझे ग्राम नेरुआ के अतिरिक्त प्रभार से हटाए हैं। वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष सुखवंती सिंह घटना तिथि की शाम से मृतक के परिजन के साथ हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है, कि पीडि़त घर के एक सदस्य को नौकरी, 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। वहीं सुसाइड नोट में जिनका नाम है, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही और मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के एक बड़े नेता का नाम सुसाइड नोट है। उससे कार्यवाही में संदेह है। इधर सुसाइड नोट सोशल मीडिया में वायरल होने लगा है।
कोटाडोल थाना प्रभारी जेआर बंजारे ने कहा कि घटना के बाद ही मर्ग कायम कर जांच कर रहे हैं। आज शव का पीएम होने के बाद परिवार को सौंप दिया गया है।