छत्तीसगढ़:– बिजली उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण खबर है। उत्तर प्रदेश के गजरौला जोन में बिजली विभाग ने स्मार्ट मीटरों में प्री-पेड रिचार्ज व्यवस्था लागू कर दी है। सितंबर 2025 से शुरू होने वाली इस व्यवस्था के तहत अब उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह बिजली के लिए रिचार्ज करना होगा। गजरौला जोन में लगभग 74 हजार स्मार्ट मीटरों पर यह सुविधा लागू हो चुकी है। जिन घरों, दुकानों और नलकूपों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, वहां यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से शुरू हो गई है।
बिजली बिल की समस्याओं का अंत
पहले बिजली बिल मीटर रीडिंग के आधार पर बनाए जाते थे, जिससे बकाया बिल, गलत रीडिंग और बिजली चोरी जैसी समस्याएं आम थीं। स्मार्ट मीटरों की स्थापना के साथ अब ये समस्याएं खत्म हो जाएंगी। ये मीटर अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं, जो बिजली चोरी और मीटर से छेड़छाड़ को रोकेंगे। उपभोक्ता जितना रिचार्ज करेंगे, उतनी ही बिजली का उपयोग कर सकेंगे, ठीक वैसे ही जैसे मोबाइल रिचार्ज के बाद कॉल या इंटरनेट का उपयोग होता है।
रिचार्ज व्यवस्था पहले ही लागू
बिजली विभाग ने पहले कहा था कि प्री-पेड रिचार्ज व्यवस्था सभी स्मार्ट मीटरों की स्थापना पूरी होने के बाद लागू होगी। हालांकि, अब विभाग ने अपने इस वादे से पहले ही रिचार्ज सिस्टम शुरू कर दिया है। गजरौला जोन में कुल 11 लाख उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं, जिनमें से अमरोहा और बिजनौर जिलों में अब तक 74 हजार मीटर लग चुके हैं। इन मीटरों पर प्री-पेड व्यवस्था लागू हो गई है।
गजरौला जोन के शामिल डिवीजन
गजरौला जोन में अमरोहा और बिजनौर जिलों के 12 डिवीजन शामिल हैं। इनमें अमरोहा प्रथम, अमरोहा द्वितीय, गजरौला प्रथम, गजरौला द्वितीय, बिजनौर प्रथम, बिजनौर द्वितीय, चांदपुर प्रथम, चांदपुर द्वितीय, धामपुर प्रथम, धामपुर द्वितीय, नगीना और नजीबाबाद शामिल हैं। एक क्लिक से कटेगा बकायेदारों का कनेक्शन पहले बकायेदारों के कनेक्शन काटने के लिए बिजली विभाग के कर्मचारियों को उनके घर जाकर मैन्युअल रूप से कनेक्शन काटना पड़ता था। स्मार्ट मीटरों के साथ यह प्रक्रिया अब पूरी तरह डिजिटल हो जाएगी। बकाया न चुकाने पर विभाग एक क्लिक के जरिए कनेक्शन काट सकेगा। मीटर स्वचालित रूप से बंद हो जाएगा, जिससे बिजली आपूर्ति रुक जाएगी।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस स्मार्ट मीटर
स्मार्ट प्री-पेड मीटर आधुनिक तकनीक से युक्त हैं। ये मीटर बिजली चोरी, मीटर में छेड़छाड़ या बाइपास जैसे प्रयासों को तुरंत पकड़ लेंगे और संबंधित जानकारी सीधे विभाग के कंट्रोल रूम को भेज देंगे। उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन के जरिए मीटर को रिचार्ज कर सकेंगे, जिससे बिजली उपयोग की प्रक्रिया आसान और पारदर्शी होगी।
उपभोक्ताओं को दी जा रही जानकारी
बिजली विभाग के अधिकारी उन क्षेत्रों में जाकर उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर और प्री-पेड रिचार्ज व्यवस्था के बारे में जागरूक कर रहे हैं, जहां मीटर लगाए जा चुके हैं। यह कदम न केवल बिजली विभाग को बकाया और चोरी जैसी समस्याओं से निजात दिलाएगा, बल्कि उपभोक्ताओं को भी सटीक बिलिंग और पारदर्शी बिजली उपयोग का लाभ देगा।