दंतेवाड़ा, 28 मार्च। जिले में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक अपने काम को लेकर सजग हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के नए गाइडलाइन, उपचार विधि और दवा के संबंध में वे जानकारी ले रहे हैं। विभाग जिले के अलग- अलग स्वास्थ्य केंद्रों में दो दिवसीय प्रशिक्षण देकर उन्हें नए तकनीक और दवा से अवगत करा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेंस सेंटर में मरीज को कौन सी दवा देनी है, बताई जा रही है?
जिले में करीब 200 महिला- पुरूष ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक कार्यरत हैं। इनमें से अधिकतर ने दस- पंद्रह साल पहले प्रशिक्षण और जानकारी लिया है। इन्हें वर्तमान में अपडेट की जानकारी नहीं है। ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण के माध्यम से अपडेट किया जा रहा है। उन्हें बीमारियों के साथ नए उपचार तकनीक और मरीजों के साथ व्यवहार के सलीके समझाए जा रहे हैं। गीदम ब्लाक की एक स्वास्थ्य संयोजक कहती हैं कि प्रशिक्षण के बाद अंदरूनी गांव में पोस्टिंग हुई। ग्रामीण मरीजों को बुखार से लेकर अन्य बीमारियों में उपचार कर स्वास्थ्य योजनाएं बताते रहे हैं। गंभीर मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाते हैं। प्रशिक्षण में सीखे और पढ़े कई बिंदुओं को भूल गए हैं। प्रशिक्षण में नई दवाओं के नाम, उपयोग और अन्य जानकारियां दी जा रही हैं।
मास्टर ट्रेनर्स डॉ अंकित अंसारी ने बताया कि सभी स्वास्थ्य संयोजकों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स करवाया गया
ग्रामीण क्षेत्रों में भी गांव में सरपंच सचिव के माध्यम से घर घर जाकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है जिससे सभी अपना समय पर उपचार करा कर कोरोना नियमों का पालन करते हुए जांच भी कराए।