नई दिल्ली:– 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। अब तक 8 करोड़ से ज्यादा लोग संगम स्नान करने पहुंच चुके हैं। देश दुनिया के कोने-कोने से लोग आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। इसी बीच खबरें आ रहीं हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका भी महाकुंभ में पुण्य की डुबकी लगाने पहुंच सकते हैं। इन दोनों का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
दरअसल, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका वाड्रा महाकुंभ 2025 में प्रयागराज पहुंच सकते हैं। चर्चा है कि राहुल-प्रियंका का फरवरी माह में महाकुंभ में पहुंचना संभावित है। राहुल गांधी और प्रियंका महाकुंभ मेला क्षेत्र में लगे सेवादल के शिविर का भ्रमण करने भी जाएंगे।
कांग्रेस से नहीं मिली है कोई सूचना
इसकी तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी तक कांग्रेस की ओर से इसकी कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है। राहुल गांधी का 22-23 जनवरी काे रायबरेली आना भी संभावित है। वह अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि महाकुंभ-2025 पुण्य कमाने का बड़ा अवसर है और वह खुद संगम में डुबकी लगाने प्रयागराज जाएंगे। अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा के महाकुंभ में आने का कोई आधिकारिक कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। केंद्रीय नेतृत्व से अब तक ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है।
शुरू हो गई है राजनीति
राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के महाकुंभ आने की चर्चा से इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को राजनीतिक डुबकी लगाने नहीं आना चाहिए। वहीं कुछ बीजेपी नेता इन दोनों के महाकुंभ आने का विरोध कर रहे हैं।
सेवादल ने प्रयागराज में लगाया शिविर
आपको बता दें कि राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के महाकुंभ आने से पहले सेवादल ने प्रयागराज में शिविर लगा दिया है। कांग्रेसी भी प्रयागराज जाकर वहां की जानकारी जुटा चुके हैं। गौरतलब है कि प्रियंका 2019 में लगे कुंभ मेले में पहुंची थीं। वह वहां पर कुंभ स्नान कर चुकी हैं। प्रियंका वाड्रा आए दिन धार्मिक स्थलों पर भी जाती रहती हैं।
अखिलेश को मिलेगा ये संदेश
राहुल-प्रियंका का ये दौरा इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि सपा की तरफ से महाकुंभ को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर महाकुंभ की तैयारियों पर सवाल उठाए थे। यहां तक कि अखिलेश ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़ों को भी ढोंग बता दिया था। ऐसे में राहुल-प्रियंका के महाकुंभ आने से सपा को ये संदेश मिलेगा कि धार्मिक चीजों पर राजनीति करना ठीक नहीं है।