नई दिल्ली:– भारत में ट्रेन का तत्काल टिकट बुक करने में लोगों के पसीने छूट जाते हैं. सुबह जैसे ही बुकिंग विंडो खुलती है, चंद मिनटों में मामला सफाचट हो जाता है. मतलब, यात्री तत्काल टिकट बुक करने से चूक जाते हैं, और रेलवे यात्री बनने की जंग हार जाते हैं. तत्काल टिकट पाने के लिए लोग रेल एजेंटों के चक्कर काटते हैं. हर जुगाड़ करते हैं कि बस कंफर्म तत्काल टिकट मिल जाए. अब सरकार ‘आधार’ के जरिए इस समस्या की काट निकालने के काम पर लग गई है
भारतीय रेलवे जल्द ही तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार बेस्ड नया सिस्टम शुरू करने जा रहा है. इस नए सिस्टम के तहत ई-आधार ऑथेंटिकेशन किया जाएगा, जिससे असली यात्रियों को कंफर्म टिकट आसानी से मिल सकेगा.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार, 4 मई की रात एक्स पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रेलवे अब ई-आधार का इस्तेमाल करके तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया को बेहतर बनाने जा रहा है. उन्होंने लिखा,
अगर ऐसा होता है तो टिकट दलालों और फर्जी बुकिंग पर लगाम लगने का अनुमान है. इससे इमरजेंसी में रेल यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को काफी फायदा मिल सकता है.
तत्काल टिकट आमतौर पर उन यात्रियों के लिए होते हैं जिन्हें अंतिम समय में यात्रा करनी होती है. लेकिन अब तक ये देखा गया है कि कई बार एजेंट और दलाल तकनीकी तरीकों से इन टिकटों को पहले ही बुक कर लेते हैं, जिससे आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता.
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अब जब नया सिस्टम लागू होगा, तब टिकट बुक करते समय यात्री को अपने ई-आधार से पहचान वेरिफाई करनी होगी. यानी आधार से टिकट बुक किया जा सकेगा. ई-आधार ऑथेंटिकेशन बेस्ड तत्काल टिकट बुकिंग सिस्टम को इस महीने के अंत तक लागू किया जा सकता है.