नई दिल्ली:– देश में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। जहां एक ओर दक्षिण भारत के राज्यों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों, खासकर हरियाणा में, अचानक ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में अगले 7 दिनों तक तेज से बहुत तेज बारिश जारी रहने की आशंका है। इसके विपरीत, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा।
तमिलनाडु में 16 से 20 अक्टूबर तक और केरल में 16 से 21 अक्टूबर तक बारिश की संभावना है। 16 और 17 अक्टूबर को इन दोनों राज्यों में बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इस दौरान, इन क्षेत्रों में गरज के साथ 30-40 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं भी चल सकती हैं। तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तटीय व दक्षिण कर्नाटक में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। इसके अलावा, ओडिशा, मध्य प्रदेश, कोंकण, गोवा और मराठवाड़ा में भी 16-17 अक्टूबर को गरज के साथ बारिश की संभावना है।
उत्तर भारत में अचानक गिरा तापमान
जहां दक्षिण में बारिश का कहर है, वहीं हरियाणा में ठंड ने समय से पहले दस्तक दे दी है। पिछले 5 दिनों से उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने के कारण न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। आईएमडी के मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अंबाला समेत पूरे हरियाणा में ठंड का अहसास बढ़ गया है। 15 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 1.5 डिग्री कम है। रोहतक में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से लगभग 5 डिग्री कम है। दिन और रात के तापमान में दोगुने का अंतर होने से ठंड बढ़ रही है।
ठंड बढ़ने के ये हैं कारण
कृषि मौसम विज्ञान विभाग (हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार) ने बताया कि अक्टूबर के शुरुआती सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश (करीब 30 एमएम) की वजह से तापमान औसत से कम बना हुआ है। आमतौर पर इस दौरान केवल 4 एमएम बारिश होती है, मगर इस बार 64.9 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर अक्टूबर के अंत तक मौसम खुश्क रहा और उत्तर-पश्चिमी हवाएं जारी रहीं, तो न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है। यह मौसम सरसों की बुआई के लिए उपयुक्त बताया गया है।