नई दिल्ली :- केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर आपातकाल का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है।उन्होंने बताया कि आपातकाल के दौरान भाजपा नेताओं को किस तरह प्रताड़ना सहनी पड़ी। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आपातकाल लगाई थी वो हमें तानाशाह बताते हैं।
उन्होंने 1975 में लगी इमरजेंसी को याद करते हुए कहा,आज वे हम पर तानाशाह का आरोप लगा रहे हैं। मैं आपातकाल के दौरान जेल में था। मुझे आपातकाल का विरोध करने की वजह से जेल में बंद कर दिया गया था क्योंकि मैं जेपी मूवमेंट के साथ जुड़ा था।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि जब मुझे जेल में डाल दिया गया तो उस दौरान मेरी मातजी बीमार थीं। उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया और 21 दिनों तक हॉस्पिटल में रही थीं, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद मैं उनसे मिलने या देखना हॉस्पिटल नहीं जा सका क्योंकि मुझे पैरोल नहीं मिली।
वह नहीं रहीं, उनका निधन हो गया, लेकिन मुझे रिहाई नहीं मिल सकी। मैं तो मां के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सका। इस घटना का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह थोड़े भावुक हो गए। फिर थोड़ी देर बाद उन्होंने कहा कि मुझे हैरानी होती है कि ये लोग हम पर तानाशाह का आरोप लगा रहे हैं।राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि जिन लोगों ने हम पर इमरजेंसी इंपोज की वो हमपर तानाशाह का आरोप लगाते हैं.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान विपक्षी दल के नेता आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार तानाशाही कर रही है। केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करते हुए विपक्षी नेताओं को जेल में बंद कर रही है।