उत्तर प्रदेश सरकार ने राधारानी की नगरी बरसाना में दो वर्ष पूर्व शुरू किये गए त्रिदिवसीय रंगोत्सव मेले को राजकीय मेले का दर्जा दे दिया है। इस बार यह मेला 22 मार्च से शुरू होगा।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि प्रदेश सरकार ने इस वर्ष से बरसाना में आयोजित किये जानेवाले रंगोत्सव मेले को राजकीय मेले का दर्जा दे दिया है जिसके कारण इस मेले के लिए आनेवाली राशि से मेले को न केवल अति भव्य और दिव्य बनाया जा सकेगा बल्कि मेले के प्रति पर्यटकों का भी आकर्षण बढ़ेगा।
उन्होने बताया कि मेले की फूल प्रूफ व्यवस्था करने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को तीन जोन और 11 सेक्टर में बांटा गया है। तीर्थयात्रियों एवं कलाप्रेमियों की सुविधा के लिए परिवहन निगम इस बार 122 अच्छी कंडीशन की बसों का संचालन सुनिश्चित करेगा। पीडब्ल्यूडी, नगर पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, रोडवेज आदि सभी अधूरे कार्यों को 20 मार्च तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
श्री चहल ने बताया कि रंगीली गली में होने वाली पांरंपरिक होली के आसपास के नौ जर्जर भवनों को चिन्हित कर लिया गया है। सामान्यत: इन्ही भवनों की छत पर भी बैठकर काफी लोग हर साल लठामार होली का आनन्द लेते हैं पर चूंकि ये भवन जर्जर हो गए हैं इसलिए इस बार इन भवनों पर बैठकर होली देखने की इजाजत किसी को नही दी जाएगी।

यात्रियों की संख्या को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में टाॅयलेट्स एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने , खोया-पाया केन्द्र एवं सहायता बूथ संचालित करने का निर्देश नगर पंचायत को दिया गया है। वैसे खोया पाया केन्द्र, नियंत्रण कक्ष पास पास बनाए जा रहे हैं। मेले में डूबने की घटना को रोकने के लिए प्रिया कुड एवं गहवर कुंण्ड में गोताखोर लगाए जाएंगे जबकि प्रियाकुंड में नाव भी लगाई जाएगी।
मन्दिर जानेवाले मार्ग पर 50 बैरियर रस्सियों से बनाए जाएंगे। गोवर्धन, छाता, कामा और कोसी से आनेवाले वाहनों के लिए उनके आनेवाले मार्ग पर ही कुल 23 पार्किंग बनाई जा रही है।
जिलाधिकारी ने बताया कि पंजाब, दिल्ली , हरियाणा, गुजरात आदि से मेले में आनेवाले तीर्थयात्रियों के लिए मेला क्षेत्र में न केवल कोविड टेस्ट के शिविर लगाए जाएंगे बल्कि मेले में कोविड-19 के नियमों का पालन कराना सुनिश्चित किया जाएगा। सैम्पलिंग से लेकर टेस्टिंग तक की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बरसाना के प्रवेश मार्गो एवं मन्दिर जानेवाले मार्गो पर स्वास्थ्य विभाग की दस टीमें लगाई जाएगी साथ ही एम्बुलेन्स भी मौजूद रहेगी। पार्किंग स्थल पर जहां कोविद-19 की जांच के शिविर लगाए जाएंगे वहीं मेले में सैनेटाइजर की भी व्यवस्था रहेगी।
सामाजिक दूरी बनाए रखने की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यात्रियों से अपेक्षा की है कि वे भी सामाजिक दूरी बनाए रखने एवं कोविद-19 के नियमों के अनुपालन में प्रशासन से पूरा सहयोग करेंगे।
बरसाना की लठामार होली की ओर विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए योगी सरकार ने दो वर्ष पूर्व बरसाना में रंगोत्सव का आयोजन शुरू कराया था। वर्तमान में डेयरिंग, पशुपालन एवं मत्स्यपालन का कार्यभार देख रहे उत्तर प्रदेश सरकार के तत्कालीन सांस्कृतिक कार्य विभाग मंत्री लक्ष्मीनारायण चैधरी ने प्रथम रंगोत्सव को इतना भव्य रूप दिलाया था कि न केवल उस वर्ष ही कुछ विदेशी पर्यटक बरसाना पहुंचे थे बल्कि तब से विदेशी पर्यटकों का रंगोत्सव पर बरसाना आना शुरू हो गया हैं। उम्मीद की जाती है कि रंगोत्सव को राजकीय मेले का दर्जा देने से इस मेले को न केवल और पंख लग जाएंगे बल्कि मेले की दिव्यता और भव्यता के कारण विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।