नई दिल्ली:– खाद्य तेलों में इस समय खासी गिरावट देखी जा रही है। खासकर सींगदाना तेल में गिरावट आने से बाकी खाद्य तेलों में मंदी आ गई है। सींगदाना तेल और सोयाबीन तेल के भाव में 10 से 12 रुपए लीटर का अंतर बचा है। मूंगफली तेल के कुछ ब्रांड तो सोयाबीन तेल से नीचे के भाव पर आ गए है। मूंगफली तेल में गिरावट का प्रमुख कारण दाने के भाव में मंदी आना है। स्थानीय थोक बाजार में दाने का भाव 65/70 रुपए किलो पर आ गए हैं, जो नवरात्रि के आसपास 90/92 रुपए के आसपास थे। हालांकि खुदरा में दाने का भाव 115/120 रुपए किलो बोला जा रहा है, जो नवरात्रि के आसपास 140 रुपए किलो तक चले गये थे।
इसलिए आ रही मंदी
बाजार के जानकारों का कहना है कि देश में मूंगफली का प्रमुख उत्पादन गुजरात में होता है। वहां मूंगफली का उत्पादन ज्यादा हुआ है। इसलिए उत्पादक क्षेत्र में दाने के भाव काफी नीचे बोले जा रहे हैं। ऑयल मिलों को सस्ते दाने मिलने से तेल के भाव भी नीचे आए है। जानकारों का कहना है कि सींगदाना तेल की खपत देश में हो रही है। बाहर नहीं भेजा जा रहा। हालांकि उठाव भी कमजोर है। प्रमुख खपत वाला सोयाबीन तेल की मांग कमजोर बताई जा रही है।
क्या कहते हैं थोक कारोबारी
नमकीन-मिठाई कारोबारी प्रेमनारायण यादव ‘कूंदन’ का कहना है कि उन्होंने नवरात्रि पर जो दाना उन्होंने थोक बाजार से 9000/9200 रुपए खरीदा था जो अब 6500/7000 रुपए ङ्क्षक्वटल खरीद रहे हैं। तेल ब्रोकर रमाकांत तिवारी बताते हैं सींगदाना सहित सभी खाद्य तेलों में उठाव कमजोर है।
थोक तेल व्यापारी देवानंद सचदेवा का कहना है कि मूंगफली तेल सहित दूसरे खाद्य तेलों में मंदी आई है। सोयाबीन एवं मूंगफली तेल में 10 से 12 रुपए किलो का अंतर थोक बाजार में रह गया है, जो तेज भाव में 40 से 45 रुपए तक अंतर आता था। हालांकि खुदरा बाजार में खाद्य तेलों में ज्यादा मंदी नहीं है।