बैकुंठपुर, 1 दिसंबर। महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत सभी कार्यस्थलों पर अकुशल श्रमिकों की ऑनलाइन हाजिरी लगाई जाए। इससे पारदर्शिता के साथ समय पर मजदूरों को उनके मेहनत की राशि मिल सकेगी। उक्ताशय के निर्देश जिला पंचायत सीईओ कुणाल दुदावत ने मंथन कक्ष में समीक्षा बैठक के दौरान व्यक्त किए।
जिला पंचायत सीईओ ने मंगलवार को सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के साथ अन्य निर्माण विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर योजनाओं की समीक्षा की। महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के लाभ से अवगत कराते हुए उन्होंने कहा कि सभी रोजगार सहायक अपने मोबाइल फोन के माध्यम से कार्यस्थल पर ही उपस्थित श्रमिकों की हाजिरी लगाएं।
इससे योजनाओं के प्रावधान अनुसार श्रमिकों को समयबद्ध मजदूरी भुगतान आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने सभी कार्यक्रम अधिकारियों को प्रत्येक दिवस इस कार्य की प्रगति का आंकलन करने के निर्देश दिए। वनाधिकार पत्रक प्राप्त परिवारों को 100 दिवस के रोजगार की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी हितग्राहियों को हितग्राही मूलक कार्य स्वीकृति के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रत्येक गौठान में पशुओं के पेयजल और चारागाह में सिंचाई की व्यवस्था के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। नरवा विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक संरचना का अपना विशेष महत्व है इसलिए विस्तृत कार्ययोजना में शामिल सभी कार्य पूरे गुणवत्ता के साथ सही तरीके से कराएं। महिलाओं को रोजगार देने के साथ ही उनकी उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं की उपस्थिति के आधार पर ही उनके खाते में मजदूरी राशि का भुगतान कराना सुनिश्चित करें।
विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिला पंचायत सीईओ ने सभी योजनाओं की प्रगति की जनपदवार समीक्षा करते हुए कहा कि निर्माण विभाग के द्वारा कराए जाने वाले मनरेगा योजना के सभी कार्यों में समय पर मस्टररोल का एमआईएस कराएं अन्यथा समय सीमा में मजदूरों को मजदूरी भुगतान नहीं होने की स्थिति में जिम्मेदारी तय करते हुए लापरवाह कर्मचारी से क्षतिपूर्ति बतौर मुआवजे की राशि वसूल की जाएगी।
ग्राम पंचायतों में हो रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होने तकनीकी अधिकारियों और कर्मचारियों को विषेष हिदायत देते हुए कहा कि तकनीकी प्रस्ताव के अनुसार कार्यस्थल पर संरचनाएं और संसाधन बनाएं साथ ही उनका मूल्यांकन भी बारीकी से करें ताकि बाद में कार्य के अनुसार गुणवत्ता और मूल्यांकन राषि में अंतर ना आए। ग्राम गौठानों में पैरादान को बढ़ावा देने के लिए उन्होने ग्राम गौठान समितियों के साथ ग्रामवासियों की बैठक आयोजित करके ज्यादा से ज्यादा पैरा एकत्र कराने के निर्देष दिए। मत्स्य विभाग को केज आधारित मत्स्य पालन कार्यों की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए उन्होने सभी कार्यों को अविलंब प्रारंभ कराने के निर्देष दिए। प्रत्येक गौठान में आजीविका गतिविधियों का केंद्र बनाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए!
जिला पंचायत सीइओ ने कहा कि यह प्रत्येक बीपीएम एक माह में कराना सुनिष्चित करें। ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिषन कार्यों की समय सीमा तय करते हुए उन्होने तेजी से सभी कार्य आगामी एक पखवाड़े में पूर्ण कराना सुनिष्चत करें। इसके अतिरिक्त उन्होने स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण आजीविका मिशन और प्रधानमंत्री आवास योजनाओं की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देष प्रदान किए। इस बैठक में जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्यकार्यपालन अधिकारी, संबंधित विभागीय अधिकारी और सभी तकनीकी सहायक उपस्थित रहे।