नई दिल्ली:– सऊदी अरब सरकार ने हज के लिए मक्का जा रहे 269,600 से ज्यादा लोगों को मक्का में प्रवेश करने से रोक दिया है। सऊदी अरब ने ये फैसला मक्का में भीड़ कम करने के मद्देनजर लिया है। सरकार ने सिर्फ ऐसे लोगों को मक्का जाने से रोका है जिनके पास हज परमिट नहीं है।
सऊदी सरकार बिना परमिट के हज करने आए लोगों को मक्का में भीड़भाड़ के लिए दोषी मानती है। 2024 की गर्मी में मरने वालों में बड़ी संख्या में ऐसे श्रद्धालु शामिल थे। हालांकि बिना परमिट के हज आने वालों पर 5,000 डॉलर तक का जुर्माना और निर्वासन जैसी सजा देने का नियम है।
स्थानिय लोगों को भी लेना होता है परमिट
हज करने के लिए परमिट का नियम केवल बाहर से आए लोगों के लिए नहीं है। बल्कि मक्का में रहने वाले स्थानीय नागरिकों के लिए भी है। नियम के अनुसार हज करने के लिए आपको परमिट लेने की आवश्यकता होती है भले ही आप पूरे साल मक्का में ही क्यों न रहते हों, इसमें सऊदी अरब के नागरिक और वहां के निवासी भी शामिल हैं। हज नियमों का उल्लंघन करने के लिए 23 हजार से ज्यादा सऊदी के लोगों पर जुर्माना लगाया गया है और 400 हज कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं।
आने वाले दिनों में बढ़ेगी भीड़
जानकारी के मुताबिक मक्का में इस समय 14 लाख मुसलमानहैं। लेकिन ये संख्या आने वाले समय में बढ़ने वाली है। हज मक्का की वार्षिक इस्लामी तीर्थयात्रा है और इसमें कई धार्मिक अनुष्ठान शामिल होते हैं। मुस्लिम धर्म में हर ऐसे व्यक्ति को हज करने का दायित्व है, जो शारीरिक और आर्थिक रूप से ऐसा करने में सक्षम हो।
20 लाख से अधिक लोग हर साल करते हैं हज
एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल 20 लाख से अधिक लोग 5 दिन की हज यात्रा के लिए मक्का आते हैं। लेकिन बीते कुछ सालों में हज यात्रा पर गर्मी का असर पड़ा है। हज यात्री बहुत सारे धार्मिक अनुष्ठान दिन के उजाले में करते हैं, ऐसे में गर्मी के कारण मौत होना आम बात है। इस दौरान कई बार भगदड़ भी मच जाती है। 2024 में भी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई थी जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। सऊदी सरकार ने ऐसी ही किसी घटना से बचने के लिए बिना परमिट के हज के लिए आए लोगों पर मक्का में प्रवेश करने पर रोक लगाई है।
