नई दिल्ली:– भारत में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने हेतु सुप्रीम कोर्ट के द्वारा हाल ही में एक बहुत बड़ा फैसला सुनाया है। इस फैसले के आधार पर प्राइमरी टीचर हेतु टेट यानी टीईटी को पास करना जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट का इस निर्णय से देश भर के जितने भी लाखों उम्मीदवार हैं शिक्षण व्यवस्था पर काफी सीधा असर पड़ने वाला ऐसे में यदि आप भी शिक्षक बनना चाह रहे हैं तो हम आपको बता देते हैं कि अब आपको प्राइवेट टीचर पात्रता परीक्षा देना पड़ेगा तब जाकर आप शिक्षक बन पाएंगे। प्राइवेट टीचर बनने हेतु सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से क्या महत्वपूर्ण फैसला आया है यह आपको जरूर जानना जरूरी है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा क्या है जानिए इसके बारे में
आप सभी की जानकारी के लिए बता दिया जाता है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर या फिर राज्य स्तर आयोजित किया जाने वाला एग्जाम है जो कि इस एग्जाम में कुछ जो व्यक्ति पास कर लेता है वह शिक्षक बने हेतु योग्य मान लिया जाता है। इस एग्जाम के अंदर जो उम्मीदवार होते हैं उन्हें शिक्षण शास्त्र बाल मनोविज्ञान भाषा विज्ञान सामान अध्ययन जैसे विषयों हेतु एग्जाम देना पड़ता है।
कोई भी अभ्यर्थी अगर शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर लेता है तो वह आसानी से स्कूलों में शिक्षक बन पाता है। राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता पास करने के बाद राज्य राज्य के विद्यालय में शिक्षा बन पाएंगे। केंद्रीय स्तर के शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने पर केंद्र स्तर के विद्यालय में शिक्षक बन पाएंगे। साथ ही बहुत से राज्य ऐसे होते हैं जो केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा को मान्य करती हैं इसलिए सीटेट के आधार पर आप राज्यों में भी शिक्षक बन पाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय इसलिए है काफी अहम
सुप्रीम कोर्ट के द्वारा शिक्षक भर्ती संबंधी एक महत्वपूर्ण विशेष फैसला सुना दिया है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से कहा गया यदि कोई भी विद्यार्थी या कोई भी व्यक्ति शिक्षक बनने के बारे में सोच रहे हैं तो उनको शिक्षक पात्रता परीक्षा का एग्जाम पास करना जरूरी है तब जाकर वह शिक्षक बनने हेतु योग्य माने जाएंगे।
पहले राज्यों में यह भी नियम था कि कोई भी व्यक्ति बीएड या फिर डीएलएड करने वाले जो उम्मीदवार है वह सीधे शिक्षक भर्ती हेतु आवेदन कर पाते थे लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यहां साफ कह बिना टीईटी पास किया कोई भी उम्मीदवार प्राथमिक शिक्षक नहीं बन पाएगा।
प्राइमरी शिक्षक पर पड़ेगा बड़ा असर
सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है इसका असर कार्यरत शिक्षकों पर भी पड़ने वाला है क्योंकि बहुत से ऐसे शिक्षक हैं जो कि राज्यों के विद्यालय में पढ़ा रहे हैं अभी केंद्र के विद्यालयों में पढ़ा रहे हैं और उनके पास शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रमाण पत्र नहीं है अब शिक्षकों को भी शिक्षक पात्रता परीक्षा को पास करना जरूरी है तब जाकर कक्षा 1 से लेकर 5 तक पढ़ने हेतु वह योग्य शिक्षक माने जाएंगे। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अपडेट स्कोर महत्वपूर्ण काफी भूमिका निभाने वाला है और व्यापक स्तर पर सुप्रीम कोर्ट की आदेश का प्रभाव शिक्षकों पर भी पड़ने वाला है।
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय के बाद उम्मीदवारों को सलाह
अगर आप भी प्राइवेट शिक्षक बनना चाहते हैं या फिर सरकारी शिक्षक बनना चाहते हैं तो शिक्षक पात्रता परीक्षा का एग्जाम पास करना बेहद जरूरी है तब जाकर आप शिक्षक बन पाएंगे इसके लिए सबसे पहले आपका सीटेट या फिर स्टेट की आयामी परीक्षाओं का नोटिफिकेशन पर नजर रखना है और उसे टाइम को पास करना जरूरी है।