
बलौदाबाजार : कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश पर बधिरता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सुविधाओं और कुशलता की वृद्धि हेतु प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के स्टाफ नर्सों का एक दिवसीय प्रशिक्षण जिला हॉस्पिटल में संपन्न हुआ। कान में होने वाली किसी भी समस्या को हल्के में नहीं लेना है और इसके लिए साल में एक बार कम से कम अपने कान का परीक्षण कुशल डॉक्टर से अवश्य करवाएं इसके अतिरिक्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी तथा वार्ड में भर्ती किसी कान के समस्या से संबंधित मरीज का त्वरित परीक्षण आवश्यक है।
लापरवाही से बधिरता स्थाई रूप से आ सकती हैं। ऐसे में अस्पताल में उपलब्ध स्टाफ नर्स की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती हैं उन के माध्यम से मरीज को राहत पहुंचाई जा सकती है। उक्त बातें राष्ट्रीय बधिरता रोकथाम व नियंत्रण कार्यक्रम की जिला नोडल अधिकारी एवं नाक कान गला विशेषज्ञ डॉ नेहा गंगेश्री ने प्रशिक्षण के दौरान बताया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य निचले स्तर तक न केवल उपकरणों की सुविधा बल्कि मानव संसाधन की कुशलता बढ़ाना भी था।
प्रशिक्षण में स्टाफ नर्सों को एक्सीडेंट वाले केस जिसमें पर्दे फट जाते हैं साथ ही नवजात शिशुओं के सुनने की क्षमता परीक्षण के साथ- साथ प्रैक्टिकल के दौरान कुछ उपकरण जैसे ऑटोस्कोप जिससे कान का पर्दा देख सकते हैं,छोटे बच्चों की जाँच के लिए टंग डिप्रेशन ,इअर प्रोब और मिरर जैसे उपकरणों के इस्तेमाल की विधि भी स्टाफ नर्सों को सिखाई गई जिससे मरीज को आसानी से सुविधा प्राप्त हो।

प्रशिक्षण में कान में खुजली,पर्दा लाल होना, दर्द,फंगस (ASOM) ,पर्दा फट जाना,मवाद आना (CSOM) जैसी स्थिति के निदान हेतु बताया गया। डॉ नेहा ने बताया कि,वर्तमान में जिला अस्पताल बलौदा बाजार में कान से संबंधित निम्न सुविधाएं मरीज को उपलब्ध हैं। जिसमें आवश्यकता पड़ने पर रेफेर किया जा सकता है।
कान में जमे मैल की सफाई और खुजली, दर्द, मवाद ,चक्कर, परदे में छेद होने पर ऑपरेशन,कान में गांठ/सूजन का ऑपरेशन, मैरिंगो एवं पिपलो प्लास्टि जांच सुनने की क्षमता वाला प्योर टोन ऑडियोमेट्री टेस्ट एवं इमिटेंसऑडियोमेट्री बच्चे के जन्म के 24 घंटे से 6 माह तक किया जाने वाला ऑटो एकॉस्टिक एमिशन टेस्टबच्चे की श्रवण तंत्रिका द्वारा विभिन्न होने वाली ध्वनियों पर प्रतिक्रिया को नापने वाला ब्रेन स्टेम एवं रिस्पांस ऑडियोमेट्री -हकलाना तुतलाना और 2 साल की उम्र पर भी ना बोल पाना की स्थिति में स्पीच थेरेपी इसके साथ ही हर साल 3-10 मार्च के बीच इअर केयर दिवस भी मनाया जाता है।
उक्त प्रशिक्षण में स्टाफ नर्सो को सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार अवस्थी और जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनुपमा तिवारी ने भी कुशल सर्विस प्रदान करने की हिदायत दी। प्रशिक्षण में ऑडियोलॉजिस्ट तृषा सिन्हा, ऑडिओमेट्रिक सहायक गायत्री साहू एवं स्पीच इंस्ट्रक्टर विनोद देवांगन ने सहयोग किया।