नई दिल्ली:– अंग्रेजों के शासन के दौरान साल 1926 में एक केंद्रीय बैंक की आवश्यकता महसूस हुई थी. हिल्टन यंग कमीशन के प्रस्ताव पर 1 अप्रैल 1935 को भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के तहत बैंक की स्थापना हुई. इसका मुख्यालय पहले कोलकाता में था, जिसे 1937 में मुंबई स्थानांतरित कर दिया गया. आरबीआई का इसका प्राथमिक उद्देश्य भारत की मुद्रा का प्रबंधन करना, सरकारी ऋण प्रबंधन करना और वाणिज्यिक बैंकों को नियंत्रित करना था. 1 जनवरी 1949 को भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया, और यह पूरी तरह से भारत सरकार के अंदर आ गया.
आज आरबीआई भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. यह न केवल वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करता है, बल्कि डिजिटल भुगतान, डेटा सुरक्षा, और देश की आर्थिक नीतियों में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है. आइए जानते हैं अब तक कौन-कौन इसके गवर्नर हुए कैसे ये सफर आगे बढ़ा.
शक्तिकांत दास 2018–वर्तमान

उर्जित पटेल 2016–2018

रघुराम राजन 2013–2016

डॉ. डी. सुब्बाराव 2008–2013

वाई. वी. रेड्डी 2003–2008

बी. बिमल जालान 1997–2003

सी. रंगराजन 1992–1997

आर. एन. मल्होत्रा 1990–1992

मनमोहन सिंह 1982–1985 –

एन. सी. सेनगुप्ता 1975

पी. सी. भट्टाचार्य 1962–1967

बेनगल रामाराव 1949–1957

सर जेम्स ब्रैड टेलर 1937–1943

