नई दिल्ली:- सापों को पूजनीय स्थान दिया जाता है. भगवान शिव के वासुकी से लेकर विष्णु जी के शेषनाग तक, नागों की हमेशा देवों के पास ही स्थान मिला है. लेकिन इन विषधरों की कल्पना से भी आम आदमी डर से कांप जाते हैं. ये जहरीले जीव इतने घातक हो सकते हैं कि इनके डसने से मृत्यू तक हो सकती है. पर सांप के साथ ही इसकी केंचुली को लेकर भी हिंदू धर्म में कई मान्यताएं हैं. ज्योतिष में शनि और राहु ग्रह को दर्शाने वाला सांप की ये केंचुली बहुत ही अहम मानी जाती है. ऐसा माना जाता है कि सांप की केंचुली, 8 मुखी रुद्राक्ष की तरह की प्रभावशाली होती है. आइए जानते हैं ज्योतिष व वास्तु गुरू, मृगेंद्र चौधरी से कि सांप की केंचुली को घर में रखना सही है या नहीं?
सांप एक निश्चित समय पर अपनी केंचुली यानी अपनी त्वचा को उतारता है. इस पर ज्योतिष व वास्तु गुरू, मृगेंद्र चौधरी ने बताया कि ज्योतिष में सांप शनि और राहू को सीधा प्रभावित करता है. अगर किसी की जन्मकुंडली में शनि अष्टम में नीच का होकर बैठ जाए, ये योग कन्या लगन में बनता है. ऐसे में जब भी शनि की दशा आएगी तो ऐसे व्यक्ति की सांप काटने से मृत्यू तक हो सकती है. अगर ऐसा व्यक्ति घर में सफेद कपड़े में लपेटकर सांप की केंचुली रख ले, तो उसके ऊपर शनि का काफी हद तक कुप्रभाव कम हो जाता है. इसके साथ ही 12वें स्थान पर अगर राहु हो, लगन में राहु बैठा हो, खासकर अगर शनि की राशि में हो जैसे मकर लगन में या कुंभ लगन में हो तो उस समय यदि ऐसा व्यक्ति सांप की केंचुली अपने पास रख ले तो वह राहु के कुप्रभावों से बच सकता है.
सांप का सीधा-सीधा संबंध शनि और राहु से होता है. हमारे ग्रंथों में शनि के हाथ में पाश और दूसरे हाथ में सर्प दिखाया गया है. अगर आपको अपनी कुंडली के बारे में नहीं भी पता है कि ये किस घर में बैठे हैं, तब भी आप ये उपाय कर सकते हैं क्योंकि इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं. आप सांप की केंचुली को सफेद कपड़े में लपेट कर घर की पश्चिम दिशा में रखें. आप चाहेंX तो इसे साउथ-वेस्ट में भी रख सकते हैं. इसके चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलते हैं.
