
सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में लोगों को शंघाई में टोटल लॉकडाउन के एक सप्ताह बाद अपनी खिड़कियों से बाहर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है क्योंकि किसी भी व्यक्ति को किसी भी कारण से अपने अपार्टमेंट से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। बीते कुछ दिनों से चीन के शंघाई शहर में एक बार फिर टोटल लॉकडाउन का फैसला लेना पड़ा।इस बीच लॉकडाउन का एक सप्ताह बीतने के बाद, लोगों को अपनी इमारतों में कैद, चिल्लाते हुए दिखाने वाला, एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने कोरोना लॉकडाउन को लेकर चीन के हालात बयां किए हैं। वीडियो में लोगों को शंघाई में लॉकडाउन के एक सप्ताह के बाद अपनी खिड़कियों से बाहर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है, क्योंकि किसी भी व्यक्ति को किसी भी कारण से अपने अपार्टमेंट से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। मैड्रिड ने एक ट्वीट में कहा, ‘यह वीडियो कल शंघाई, चीन में मेरे एक करीबी दोस्त के पिता द्वारा लिया गया था। उन्होंने इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि की।’लंबे समय से सख्त लॉकडाउन में रहने के चलते लोगों का गुस्सा स्थानीय अधिकारियों पर फूट पड़ा है। लोग अपने अपार्टमेंट्स से खड़े होकर चिल्लाते हुए सुने जा सकते हैं। ऐसा ही एक वीडियो अमेरिका के रहने वाले जाने-माने स्वास्थ्य वैज्ञानिक डॉ एरिक फीगल-डिंग ने भी शेयर किया है। वीडियो की सत्यता की पुष्टि करते हुए उन्होंने लिखा है, ‘वीडियो पूरी तरह सत्यापित है। मेरे सूत्रों ने इसे सत्यापित किया है। शंघानी एक स्थानीय बोली है। चीन की 1.3 अरब आबादी में से केवल 14 करोड़ चीनी ही इसे बोलते हैं। मैं इस भाषा को जानता हूं क्योंकि मैं वहां पैदा हुआ था।