बलौदा बाजार/भाटापारा, 4 अप्रैल। जुर्माना भर देंगे लेकिन नहीं लगाएंगे मास्क। सोशल डिस्टेंस… ये बेकार की कसरत है। सैनिटाइजर है तो सही लेकिन बार-बार ऐसा करना बेकार का काम है। कुल मिलाकर, नहीं मानेंगे एडवाइजरी, मतलब बचाव के हर जरूरी उपाय से किनारा किया जा चुका है।
धारा- 144, फिर कारोबार संचालन का टाइम-टेबल तय किया गया। अब साप्ताहिक हाट-बाजार पर लगाई बंदिश। यह सब, हमारी ही सुरक्षा के लिए किया जा रहा प्रयास है लेकिन हमने नहीं सुधरने की ठानी हुई है तभी तो, ना सलाह मानी जा रही है, ना गाइड लाइन से सरोकार रखा जा रहा है। परिणाम, संक्रमण और पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या के रूप में सामने आ रहा है।

हम नहीं सुधरेंगे
मास्क, सोशल डिस्टेंस और सैनिटाइजेशन, संक्रमण से बचने के लिए सबसे बेहतर उपाय है। यह संदेश हम बीते 1 साल से सुन रहे हैं, पढ़ रहे हैं। अर्थदंड दे देंगे लेकिन नहीं मानेंगे आपकी सलाह, की तर्ज पर हमने अपनी लापरवाह हरकतें नहीं छोड़ी हैं। नतीजा संक्रमण की बढ़ती संख्या और मौत के रूप में सामने हैं। इसके बावजूद हम नहीं सुधरेंगे।
छिपा रहे जानकारी
कारोबार, पर्व और भ्रमण के सिलसिले में यात्रा का दौर चल रहा है। वृंदावन, मथुरा जाने वाले भक्तों की संख्या बढ़ी हुई है। गोवा, कन्याकुमारी जैसे पर्यटन स्थल की सैर पर जाने वालों की भी संख्या अच्छी-खासी हैं। इलाहाबाद और बनारस से भी आना-जाना बढ़ता दिखाई देता है। नियम यह है कि दीगर राज्य की यात्रा करने वालों को वापसी में कोविड टेस्ट अनिवार्य रूप से करवाना है लेकिन हमने इसे भी कूड़ेदान में डाल दिया है।
चालू हुआ बंदिशों का दौर
केंद्र, राज्य और जिला प्रशासन की हर सलाह जिस तरह कूड़े के ढेर में से फेंकी जा रही है उसके बाद अब प्रशासन ने कड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। पहले धारा- 144 लगाई, फिर कारोबार संचालन के लिए समय निर्धारित किया। अब साप्ताहिक हाट-बाजार अनिश्चित काल के लिए बंद करने का फैसला लिया जा चुका है। इसके बावजूद हमने सबक नहीं लिया है। सावधान… लॉकडाउन कभी भी दिखाई दे सकता है।
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन गंभीरता से करें। जो लोग बाहर से आ रहे हैं उन्हें नियमों के अनुसार टेस्ट करवाना होगा। इसलिए समझदारी दिखाएं और यह काम प्राथमिकता के साथ करें।