नई दिल्ली:– समग्र शिक्षा माध्यमिक परियोजना कार्यालय ने सभी जिलों को निर्देश जारी किए हैं। पीएमश्री विद्यालय योजना भारत सरकार की एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य स्कूलों में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सुरक्षित और प्रेरक सीखने का माहौल प्रदान करना है। इस योजना के तहत छात्रों को आधुनिक बुनियादी ढांचा और संसाधनों तक समान पहुंच मिलेगी। यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप है और स्कूलों में अनुभवात्मक, समग्र और शिक्षार्थी-केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देती है। पहले चरण में योजना में चार विद्यालयों शामिल किए गए थे, और बाद में तीन और विद्यालयों को जोड़ा गया।
अब जिले में सात पीएमश्री विद्यालय
खंदावली
तिगांव
फतेहपुर
समयपुर
एनआईटी दो
अरुआ स्थित हरियाणा स्कूल से संबद्ध विद्यालय
इन सभी विद्यालयों को सीबीएसई से मान्यता प्राप्त करवा दी गई है, और अब इन स्कूलों के छात्र सीबीएसई पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाई कर रहे हैं।
पीएमश्री विद्यालयों में परिवहन सुविधा उन छात्रों को दी जाएगी, जो स्कूल से पांच किलोमीटर या उससे अधिक दूरी पर रहते हैं। समग्र शिक्षा माध्यमिक परियोजना कार्यालय प्रत्येक पीएमश्री विद्यालय को छह हजार रुपये प्रति विद्यार्थी के हिसाब से फंड उपलब्ध कराएगा। इससे छात्रों की सुरक्षित और सुविधाजनक आवाजाही सुनिश्चित होगी। पीएमश्री योजना का उद्देश्य स्कूलों में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सुरक्षित और प्रेरक सीखने का माहौल प्रदान करना है। योजना के तहत आधुनिक बुनियादी ढांचा और संसाधनों तक समान पहुंच सुनिश्चित की जाती है। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप है और स्कूलों में अनुभवात्मक, समग्र और शिक्षार्थी-केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देती है।
9 से 12वीं क्लास के छात्रों को मिलेगा लाभ
छात्रों को परिवहन सुविधा मिलने से अगले सत्र से इन विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ने की उम्मीद है। कई अभिभावक अब अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए दूरी को बाधा नहीं मानेंगे। स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में इस योजना का लाभ करीब साढ़े तीन हजार से अधिक छात्रों को मिलेगा। ध्यान रहे कि यह सुविधा केवल नौवीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के लिए लागू है।
केंद्र सरकार द्वारा संचालित पीएमश्री स्कूलों में छात्रों को प्रैक्टिकल, समग्र, एकीकृत और वास्तविक जीवन पर आधारित पढ़ाई कराई जाती है। इसके अलावा, छात्रों को स्मार्ट कक्षा, पुस्तकालय, कौशल प्रयोगशाला, खेल का मैदान, कंप्यूटर प्रयोगशाला और विज्ञान प्रयोगशाला जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। छात्राओं को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी ज्ञान दिया जाता है। पाठ्यक्रम को एक्टिविटी आधारित तरीके से पढ़ाया जाता है, जिससे छात्रों को सिखाई गई चीज़ों को समझने में आसानी होती है। विद्यालयों के भवनों को सुरक्षित और दुरुस्त किया गया है। इन सभी सुविधाओं के चलते अगले वर्ष छात्रों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
समग्र शिक्षा माध्यमिक परियोजना कार्यालय ने सभी पीएमश्री विद्यालयों को पत्र जारी कर छात्रों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जो 5 किलोमीटर या उससे अधिक दूरी से आते हैं। इन छात्रों के बैंक खातों में 6,000 रुपये सीधे डाले जाएंगे। इस राशि का उपयोग वे सार्वजनिक परिवहन या साइकिल खरीदने में कर सकेंगे।
डॉ. मनोज मित्तल, उप शिक्षा अधिकारी ने बताया: “सभी पीएमश्री विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को ऐसे छात्रों की सूची बनाने के आदेश दिए गए हैं। परिवहन के नाम पर मिलने वाला फंड सीधे छात्रों के बैंक खातों में जाएगा।” छात्रों को परिवहन सुविधा मिलने से अगले सत्र में इन स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ने की भी उम्मीद है।