बालोद :- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में संचालित एक मात्र जिला ग्रंथालय इन दिनों मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है. यहां पर प्रोजेक्टर की कमी की वजह से पीएससी की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के कोर्स को बंद कर दिया गया है. यहां पर नगर पालिका ने प्रोजेक्टर दिया था. जिसे अब वो वापस ले गए हैं. वहीं भीषण गर्मी में एयर कंडीशन काम नहीं कर रहे.जिससे छात्र छात्राओं को तैयारी करने में दिक्कत हो रही है.
लाइब्रेरी में सुविधाओं की कमी : लाईब्रेरी में 1150 छात्र-छात्राएं यहां पर पढ़ाई कर रहे हैं. लेकिन ई लाइब्रेरी में इंटरनेट की सुविधाओं को लेकर छात्र और छात्राएं काफी परेशान है.सुविधाओं की कमी के कारण लोक सेवा आयोग की परीक्षा तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के जीवन में मानो अंधेरा आ गया है. छात्र लोक सेवा आयोग की तैयारी करना अब बंद कर चुके हैं. प्रोजेक्टर में ऑनलाइन माध्यम से यहां पर अध्ययन कराया जाता था,लेकिन अब प्रोजेक्टर नहीं होने से पढ़ाई थम सी गई है.
नहीं रहते प्रभारी : कुछ छात्र-छात्राओं ने बताया कि यहां के प्रभारी लोकेंद्र बघेल अक्सर कार्यालय से गायब रहते हैं. जिसके कारण कभी किसी को किताब लेना हो तो किताब नहीं मिल पाती है. वहीं यहां इंटरनेट तो लगा हुआ है लेकिन जब उसे कनेक्ट किया जाता है तो नो इंटरनेट लिखा दिखाई देता है. इस तरह की सारी दिक्कतें जिला ग्रंथालय में छात्र-छात्राओं को उठानी पड़ रही है. जिला ग्रंथालय के प्रभारी लोकेंद्र कुमार बघेल ने बताया कि हमारे यहां स्टाफ की कमी है और इंटरनेट के लिए मैंने बीएसएनएल के अधिकारियों से बात की है
पचास रुपए जो लिए जाते हैं वह मेंटेनेंस के लिए लिए जाते हैं.जिला शिक्षा विभाग को इस संदर्भ में पूरी जानकारी है. यहां पर पर्सनल केबिन की आवश्यकता है और पीएससी की कोचिंग पहले की जाती थी. लेकिन जो हमें प्रोजेक्टर मिला था वह नगर पालिका का था. जिसे वे लोग अब वापस ले गए हैं- लोकेंद्र बघेल, प्रभारी,जिला ग्रंथालय
मेंटेनेंस के नाम पर लिया जाता है 50 रूपये : वैसे तो इस जिला ग्रंथालय में वन टाइम मेंबरशिप लेने के लिए 500 रुपए छात्र-छात्राओं को देना होता है. लेकिन यहां पर 500 रुपए के अलावा प्रति माह छात्र-छात्राओं से 50 रूपए लिए जाते हैं जो कि मेंटेनेंस के नाम पर होता हैं. लेकिन इस मेंटेनेंस राशि का उपयोग मेंटेनेंस में नहीं किया जा रहा. क्योंकि यदि मेंटेनेंस होता तो एयर कंडीशन और एयर कंडीशन में दिक्कत नहीं आती.