छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, मेघालय, ओड़िशा, महाराष्ट्र आदि राज्यों के विश्वविद्यालयों से छात्रों ने आवेदन किए
नई दिल्ली, 8 फरवरी । राष्ट्रीय जनजाति आयोग ने विभिन्न विश्वविद्यालयों से 30 छात्रों को तीन माह की इंटर्नशिप के लिए चुना है।
आयोग ने मंगलवार को यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि ये छात्र जनजातीय इलाकों में तीन माह तक रहकर जनजाति समाज के बारे में जानेंगे और उस पर अपनी रिपोर्ट बनायेंगे।
अनुसूचित जनजाति के बारे में छात्र बारीकी से जान सकें इसलिए अनुसूचित जनजाति आयोग ने एक इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया है। यह पहली बार है कि आयोग की तरफ ऐसी पहल की गई है। इसके तहत देशभर के विभिन्न राज्यों से छात्रों ने आवदेन किए थे। छात्रों के आवेदनों में से 30 छात्रों को तीन माह की इंटर्नशिप के लिए चुना गया है। छात्रों के आने—जाने और रहने की व्यवस्था आयोग करेगा।
पिछले दिनों आयोग ने अपनी वेबसाइट पर तीन माह के इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए छात्रों से आवेदन मांगे थे। जनजाति मामलों में रुचि रखने वाले सैकड़ों छात्रों ने इस इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए आवदेन किया था। अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, मेघालय, ओड़िशा, महाराष्ट्र आदि राज्यों के विश्वविद्यालयों से छात्रों ने आवेदन किए थे। इन छात्रों को पहले एक सप्ताह तक जनजाति समाज और उससे संबंधित विषयों के बारे में जानकारी दी जाएगी। शिक्षाविद, विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षक, जनजातीय मामलों के विशेषज्ञ छात्रों को एक सप्ताह तक इस बारे में जानकारी देंगे। इसके बाद छात्रों को विभिन्न राज्यों में जनजातीय इलाकों में भेजा जाएगा। छात्र तीन महीने तक रहकर जनजातीय समाज के लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं, उनको मिलने वाली सुविधाओं आदि का अध्ययन करेंगे और इसके बाद एक रिपोर्ट बनाकर आयोग को देंगे। छात्रों को 15 हजार रुपए तक का मानदेय दिया जायेगा।