मध्यप्रदेश:– मुंह का स्वाद अचानक कड़वा लगना एक आम समस्या है, लेकिन इसके पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं. यह जरूरी नहीं कि हर बार यह कोई गंभीर बीमारी का संकेत हो, लेकिन कुछ मामलों में यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत जरूर हो सकता है. नीचे इसके संभावित कारण, गंभीरता और उपाय बताए गए हैं. अगर आपको भी इनमें से कोई लक्षण नजर आए तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
अचानक मुंह का स्वाद कड़वा क्यों हो जाता है?
मुंह की स्वच्छता की कमी: दांतों और जीभ की सफाई ठीक से न करने पर बैक्टीरिया पनपते हैं, जो कड़वे या अजीब स्वाद का कारण बन सकते हैं.
पाचन संबंधी समस्याएं: एसिड रिफ्लक्स या GERD के कारण पेट का एसिड गले और मुंह तक आ सकता है, जिससे कड़वाहट महसूस होती है.
दवाइयों का साइड इफेक्ट: कुछ दवाएं जैसे कि एंटीबायोटिक्स, विटामिन सप्लीमेंट्स (जैसे आयरन), एंटी-डिप्रेसेंट आदि मुंह में कड़वा स्वाद पैदा कर सकती हैं.
डिहाइड्रेशन और ड्राई माउथ: लार की कमी से मुंह सूख जाता है, जिससे बैक्टीरिया बढ़ते हैं और मुंह में बदबू व कड़वाहट आती है.
संक्रमण या बीमारी: साइनस इंफेक्शन, जुकाम, फ्लू या मुँह में फंगल इन्फेक्शन से भी स्वाद बदल सकता है.
हार्मोनल परिवर्तन: गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति या थायरॉयड जैसी स्थिति में भी स्वाद बदल सकता है.
धूम्रपान और शराब का सेवन: ये दोनों आदतें लार ग्रंथियों को प्रभावित कर सकती हैं और कड़वाहट का कारण बन सकती हैं.
क्या यह कोई गंभीर समस्या है?
अधिकतर मामलों में यह सामान्य और अस्थायी होता है. लेकिन अगर ये लक्षण कई दिनों तक बने रहें, या अन्य लक्षण भी हों (जैसे वजन घटना, पेट में जलन, सांस की दिक्क), तो यह किसी गंभीर बीमारी जैसे कि लिवर, किडनी या पाचन संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है. ऐसे में डॉक्टर से सलाह जरूरी है.
मुंह की कड़वाहट दूर करने के घरेलू उपाय
दिन में दो बार ब्रश करें और जीभ की सफाई भी करें.
पानी अधिक पिएं, डिहाइड्रेशन से बचें.
लौंग, इलायची, तुलसी पत्ते या सौंफ चबाएं – ये मुंह का स्वाद ठीक करते हैं.
गुनगुने पानी से कुल्ला करें, चाहें तो थोड़ा नमक डाल सकते हैं.
नींबू पानी या पुदीना पानी पिएं, जो ताजगी देते हैं.
धूम्रपान और शराब से बचें.
दवाइयों की समीक्षा करें – यदि किसी दवा से हो रहा है तो डॉक्टर से विकल्प पूछें.
कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
यदि मुंह की कड़वाहट 1 हफ्ते से अधिक समय तक बनी रहे.
यदि साथ में पेट दर्द, एसिडिटी, खांसी, उल्टी या वजन घटना हो.
यदि किसी नई दवा के बाद यह लक्षण शुरू हुए हों।