बालोद। बालोद जिले के एकमात्र शक्कर कारखाना में सोमवार को मशीनों की पूजा के बाद गन्ने की नियमित रूप से पेराई शुरू नहीं हो पाई। जिसकी वजह यह रही कि गन्ना 500 टन के बजाय सिर्फ़ 40 टन ही पहुंच पाया। साथ ही नियमतीकरण सहित 5 सूत्रीय मांगों को लेकर 40 से अधिक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है।
कर्मचारियों ने प्रबंधन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा है कि, प्रबंधन उनके मजदूर संगठन को तोड़ने का काम कर रही है, जो प्रबंधन के भ्रष्टाचार उजागर कर रहे है, उन्हें कारखाने का बाहर निकाला जा रहा है, वही कारखाने से 500 मीटर दूरी पर ही तंबू लगाकर मजदूर हड़ताल पर बैठे है, कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने और कारखाने की मांग के अनुरुप गन्ना नहीं आने से फिर एक बार शक्कर कारखाना में संकट के बादल छा गए है।

वहीं इस मामले में कारखाने के एमडी का कहना है कि की माने तो मजदूरों की कुछ मांगो को कारखाना स्तर की बैठक लेकर पूरा किया गया है। वहीं नियमितीकरण शासन स्तर की प्रक्रिया है। एमडी ने बताया कि, कारखाना घाटे में चल रहा है तो अभी रिक्त पदों पर भर्ती सम्भव नहीं है। आपको बता दे कि, सहकारी विभाग के संचालित जिले का एकमात्र माँ दंतेश्वरी शक्कर कारखाना साल दर साल गन्ने की कमी से जूझ रहा है।