बलरामपुर:- अब सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने पर राहवीर योजना के तहत 25000 रूपए और प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया जाएगा. वहीं सड़क दुर्घटना में घायल पीड़ित व्यक्ति को कैशलेस उपचार योजना के तहत 150000 रूपये तक का इलाज किसी भी अस्पताल में कराया जा सकता है. बलरामपुर पुलिस की ओर से राहवीर योजना के जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
राहवीर योजना शुरू:
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सभी थानों और चौकी क्षेत्रों में ये जागरुकता रथ जाएगा. यातायात विभाग शराब पीकर वाहन चलाने, स्टंटबाजी करने वाले, यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले, बिना सीट बेल्ट और बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वालों पर शिकंजा कसेगा. इसके साथ ओवर स्पीडिंग, माल वाहक वाहनों में यात्री बैठाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इन सब मामलों में कार्रवाई कर न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिए आदेशित किया गया है. पूरी कवायद के पीछे बस एक मकसद है सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना.
जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाई गई: भारत सरकार के सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय की पहल पर ये योजना शुरु की गई है. आम जनता को आपातकालीन स्थिति में सड़क दुर्घटना में पीड़ितों की मदद के लिए “राहवीर” योजना प्रारंभ की गई है. इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति जो गंभीर सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित व्यक्ति को तत्काल सहायता मुहैया कराएगा उसे सम्मानित किया जाएगा. दुर्घटना के “स्वर्णिम काल” (गोल्डन आवर) के भीतर अस्पताल या फिर ट्रामा केयर सेंटर में पहुंचाकर चिकित्सा उपचार के लिए पहल कर जान बचाई हो ऐसे नेक व्यक्ति को प्रति एक घटना में ₹25000 से पुरस्कृत किया जाएगा. इसी कड़ी में सोमवार को बलरामपुर पुलिस अधीक्षक ने ”राहवीर योजना” के तहत जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.नगद पुरस्कार और प्रणाम पत्र: यदि एक से अधिक राहवीरों के द्वारा पीड़ितों की जान बचाते हैं तो पुरस्कार की राशि ₹25000 को उनके बीच बराबर में बांटी जाएगी. प्रत्येक नगद पुरस्कार के साथ “प्रशंसा प्रमाण पत्र” दिया जाएगा प्रत्येक मामलों में पुरस्कार के अलावा योग्य राहवीर को पूरे वर्ष के दौरान चुना जाएगा. इसके लिए 10 राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार होंगे और उन्हें ₹100000 का पुरस्कार भी दिया जाएगा.कैशलेस इलाज का प्रावधान: एक राहवीर को साल में अधिकतम पांच बार सम्मानित किया जाएगा. सड़क दुर्घटना में पीड़ितों को दुर्घटना की तारीख से अधिकतम 7 दिन की अवधि के लिए नाम निर्दिष्ट अस्पताल में प्रति 150000 रुपए तक की रकम की नगदी रहित उपचार की पात्रता का प्रावधान किया गया है.
राहवीर योजना से जुड़ी बड़ी बातें
कैशलेस उपचार की प्रक्रिया
राज्य के सभी अस्पतालों को eDAR पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा.
जब कोई RTA पीड़ित अस्पताल पहुंचता है तो अस्पताल को पहले मरीज को स्थिर (Stabilize) करना होगा और एक के माध्यम से निकटतम पुलिस थाने को जानकारी देनी होगी.
संबंधित पुलिस अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर जाकर दुर्घटना की पुष्टि करेंगे. यदि घटना सत्य पाई जाती है तो eDAR पोर्टल पर जानकारी दर्ज कर (यूनिक एक्सीडेंट आईडी) जेनरेट कर अस्पताल को देंगे.
स्वास्थ्य विभाग को 24 घंटे के भीतर एक्सीडेंट आईडी को NHA पोर्टल पर अपलोड करना होगा जिससे कैशलेस उपचार योजना का लाभ उठाया जा सके.