
ओड़गी/सुरजपुर : जनपद पंचायत ओड़गी के करीब 7 किलोमीटर दूर झुमकीपारा एक ऐसी ग्राम है जहां सड़क ना होने से बीमार व्यक्ति को खाट पर ढोकर सड़क तक लाया जाता है, आज बीरबल पंडो नामक 45 वर्षीय थरगी निवासी अपने रिश्तेदार के यहां झुमकीपारा में आया हुआ था कि अचानक बेहोश हो गया
गंभीर स्थिति को देखते हुए झुमकीपारा निवासी प्रकाश के द्वारा तत्काल नि:शुल्क 108 नंबर में डायल करके जानकारी दी गई की झुमकीपारा में एक 45 वर्षीय व्यक्ति बेहोश हो गया है इसे अस्पताल ले जाना है यहां एंबुलेंस की जरूरत है जिससे ओड़गी की एम्बुलेंस 108 पर तुरंत सम्पर्क किया गया|
केस मिलते ही एम्बुलेंस कर्मचारी मौके पर तत्काल पहुंच तो गए लेकिन सड़क ना होने से मरीज को काफी परेशानी के साथ खटिया में लेटाकर रस्सी और डंडे के सहारे ढो कर सड़क में एंबुलेंस के पास पहुँचा पाए । एम्बुलेंस कर्मचारी मेडिकल टेक्नीशियन ओमप्रकाश कुशवाहा ने समझने में देर ना करते हुए ऑक्सीजन स्पोर्ट देकर प्राथमिक प्राथमिक उपचार करते हुए ओड़गी अस्पताल लाये।
मरीज की स्थिति को गम्भीर देखते हुए उपचार उपरांत सामुदायिक स्वास्थ्य ओड़गी के डॉक्टर मेरी ममता तिर्की ने जिला अस्पताल रिफर किया गया वही ओड़गी एम्बुलेंस चालक रामरतन देवांगन व मेडिकल टेक्नीशियन ओमप्रकाश कुशवाहा ने 108 के द्वारा बीरबल पंडो को जिला अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया जहाँ स्थिति में सुधार है। 108 रोज सैकड़ों की बचाती है जान जितनी भी संजीवनी एक्सप्रेस की सराहना की जाए उतनी ही कम है
मेडिकल टेक्नीशियन ओमप्रकाश कुशवाहा का कहना है:- कि मेरे परिवार को मुझ पर गर्व है कि मैं जीवन रक्षा के मुहिम में अपना योगदान दे रहा हूँ। मुझे भी बहुत खुशी होती है कि जब जीवन और मृत्यु से लड़ रहे गंभीर व्यक्ति को अस्पताल तक पहुचाने में सफल होता हूँ। मुझे ट्रेनिंग में बताए गए ज्ञान और सिखाए गए कौशल से मुझे आत्म विश्वास मिलता है, जिसमे मैं प्री-हिस्पिटल केयर बेहतर तरीके से कर पाता हूँ।