जशपुर:- कोरबा टू लोहरदगा रेलवे लाइन के प्रस्तावित सर्वे का काम जारी है. सर्वे के काम को लेकर जशपुर जिले के पत्थलगांव विकासखण्ड के ग्राम पंचायत तिरसोंठ में तनाव के हालात बन गए. दरअसल सोमवार को सर्वे के लिए पहुंचे अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम को सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीणों ने गांव में प्रवेश से रोक दिया. विरोध कर रहे ग्रामीण 5वीं अनुसूची का हवाला देते हुए जमीन अधिग्रहण का पुरजोर विरोध करने लगे.
रेलवे लाइन के लिए सर्वे का काम: ग्रामीणों का आरोप है कि भारतमाला सड़क परियोजना में भी उनकी जमीन ली गई थी, लेकिन अब तक मुआवजा नहीं मिला. ऐसे में वे किसी भी नई परियोजना का सर्वे नहीं देंगे. उनका कहना है कि प्रशासन जबरन उनकी जमीन लेना चाहता है, जिसे वे किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे. स्थिति उस समय और बिगड़ गई जब कुछ बाहरी लोगों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से गांव छोड़ने की मांग की. मौके पर हल्की धक्का मुक्की भी हुई. प्रशासन जब प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश कर रहा था तब कई बार पुलिस से उनकी बहस भी हुई.
ग्रामीण नहीं देना चाहते जमीन: विरोध के बीच ग्रामीणों के अगुआ रूपनारायण एक्का ने कहा, “हमारी जमीन पहले भी ली गई, मुआवजा नहीं मिला. अब फिर से हमारी जमीन छीनी जा रही है. हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह 5वीं अनुसूची क्षेत्र है, हमारी सहमति के बिना कोई काम नहीं हो सकता.” एक अन्य ग्रामीण ने कहा, “सर्वे टीम गांव में घुसेगी नहीं, हम जमीन नहीं देंगे. पहले मुआवजा दो फिर कोई बात होगी.”
अपर कलेक्टर ने की समझाने की कोशिश: वहीं, मौके पर पहुंचे अपर कलेक्टर प्रदीप साहू ने कहा, “हम ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. यह रेलवे लाइन क्षेत्र के विकास के लिए जरूरी है. हमने अपने उच्च अधिकारियों को पूरे हालात की जानकारी दे दी है. आगे जो भी वो कहेंगे उसी आधार पर काम होगा”. फिलहाल गांव में भारी पुलिस बल तैनात है. प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। वहीं, ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग हैं और सर्वे को किसी भी हालत में नहीं होने देने की बात पर कायम हैं.