नई दिल्ली:– अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमावर्ती इलाकों में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। डुरंड लाइन के पास कुर्रम जिले के गावी क्षेत्र में शनिवार देर रात दोनों देशों की सेनाओं के बीच भारी गोलीबारी और हवाई हमले हुए। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, यह झड़प पहले हल्के हथियारों से शुरू हुई, लेकिन जल्द ही तोपखाने और भारी बमबारी में बदल गई।
तालिबान ने पाकिस्तानी चौकियों पर किए हमले
स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक, अफगान तालिबान बलों ने शनिवार देर रात कई पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर हमला किया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दोनों ओर से तीव्र फायरिंग और धमाकों की आवाजें सुनी जा सकती हैं।
अफगान रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि 11 अक्टूबर की रात नंगरहार और कुनार प्रांतों में पाकिस्तानी ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए गए। मंत्रालय के अनुसार, 201 खालिद बिन वलीद आर्मी कोर ने इन हमलों को अंजाम दिया और कई चौकियों पर कब्जा कर लिया।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, हेलमंद और कुनार में पाकिस्तानी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया है। सुरक्षा सूत्रों ने दावा किया कि इन झड़पों में 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जबकि एक टैंक तालिबान के कब्जे में चला गया। वहीं, कंधार के मायवंद जिले में पांच पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया।
पाकिस्तान का पलटवार
पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि सेना ने जवाबी कार्रवाई में कई अफगान चौकियों और आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस कार्रवाई में कई अफगान लड़ाके मारे गए और भारी नुकसान हुआ। दोनों ओर से जारी गोलाबारी का दायरा कुर्रम, बाजौर, नॉर्थ वजीरिस्तान, लोअर कुर्रम और पक्तिया तक फैल गया है।
तनाव की शुरुआत हवाई हमलों से
तनाव की शुरुआत 9 अक्टूबर की रात हुई, जब पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने अफगानिस्तान के कई शहरों—काबुल, खोस्त, जलालाबाद और पकतीका—पर हवाई हमले किए। पाकिस्तान का दावा था कि यह कार्रवाई तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए की गई थी।
हालांकि, तालिबान ने इसे “युद्ध की शुरुआत” बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी।
तालिबान की चेतावनी
तालिबान सरकार ने कहा कि उनकी सैन्य कार्रवाई रात 12 बजे समाप्त हो गई थी, लेकिन अगर पाकिस्तान ने फिर सीमा का उल्लंघन किया तो “अफगान वायुसेना जवाब देने के लिए तैयार है।” सरकार ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर अपने हवाई क्षेत्र और सीमाओं की रक्षा करेंगे।
स्थानीय आबादी में दहशत
लगातार गोलीबारी और बमबारी से कुर्रम, बाजौर और नॉर्थ वजीरिस्तान के सीमावर्ती गांवों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कई परिवार अपने घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों की ओर पलायन कर चुके हैं। बच्चों और बुजुर्गों में लगातार धमाकों और गोलियों की आवाज से भय व्याप्त है।
कतर की अपील – “संयम बरतें दोनों देश”
सीमा पर बढ़ते तनाव को लेकर कतर ने चिंता जताई है। कतर के विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों से संयम बरतने और संवाद के जरिए विवाद सुलझाने की अपील की है। बयान में कहा गया कि यह संघर्ष क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन सकता है और सभी पक्षों को कूटनीतिक प्रयासों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
भारत दौरे पर तालिबान विदेश मंत्री की प्रतिक्रिया
गौर करने वाली बात यह है कि पाकिस्तान के हवाई हमलों के दौरान तालिबान शासन के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत की 8 दिवसीय यात्रा पर हैं। भारत में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “अफगानों के साहस की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए। जो ऐसा करना चाहता है, वह सोवियत संघ, अमेरिका और नाटो से पूछ सकता है कि यह खेल कितना खतरनाक साबित हो सकता है।”
इस्लामाबाद की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने तालिबान के हमलों को “बिना उकसावे” करार दिया और आरोप लगाया कि अफगान बलों ने नागरिक आबादी पर गोलीबारी की। उन्होंने चेतावनी दी, “अफगान बलों द्वारा नागरिकों पर हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है, और पाकिस्तान हर ईंट का जवाब पत्थर से देगा।”
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, अफगान हमलों में छह पाकिस्तानी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने “कड़ी और तीव्र प्रतिक्रिया” दी।