नई दिल्ली:- ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई का प्रभाव मुख्य रूप से रीडिंग मीटर और उपभोक्ताओं के बिलिंग मैं समस्याओं के कारण होते हैं। और बारिश और अन्य प्राकृतिक खतरों के बाजार से होता है। ऐसे में निजी संस्था के मीटर रीडर के साथ एक विभागीय कर्मचारियों को 2 महीने में एक बार प्रत्येक उपभोक्ताओं की सही रिपोर्टिंग के साथ बिलिंग सुरक्षित करने के लिए लगाए जाएंगे ताकि सभी पढ़े जा सकें।
2 महीने बिलिंग सिस्टम का विश्लेषण
आपको बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपभोक्ताओं की मासिक बिलिंग व्यावहारिक समस्याओं की प्रमुख वजहों से एक होते हैं। बिजली की सही रीडिंग प्राप्त करने दूर-दूर गांव में मुश्किल है । उपभोक्ताओं को सही बिल नहीं मिल पाता है। ऐसे में इस समस्या को हल करने के लिए हम बिलिंग प्रणाली को हर 2 महीने में बदल सकते हैं।
2 महीने बिलिंग फायदे
सही पढ़ने की सुनिश्चितता
2 महीने बिल प्रणाली में एक निजी संस्था के मीटर रीडर को शामिल किया जा सकते हैं। जिससे प्रत्येक ग्राहक की सही रीडिंग सुनिश्चित होते हैं या उपभोक्ताओं को सही बिलिंग देते हैं । और शिकायतों को निमंत्रण करेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में जीपीएस मैपिंग
बिलिंग के दायरे में हर उपभोक्ता को शामिल करने के लिए जीआईएस मैपिंग का अभ्यास शुरू किया जा सकते हैं। इससे पता चलेंगे की ग्राहक कहां रहते हैं और बिलिंग सुरक्षित है या नहीं।
स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया की तैयारी
शीघ्र ही सभी कलेक्शन में स्मार्ट मीटर लगाने का प्रयास किया जा सकते हैं । जिससे रीडिंग व्यवस्था में सुधार होंगे और उपभोक्ताओं को बिलिंग में सही जानकारी मिलेंगे।