भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का अंतिम मुकाबला रविवार को केप टाउन के मैदान पर खेला जाएगा। अफ्रीका में टीम इंडिया टेस्ट सीरीज पहले ही हार चुकी है। वहीं, पहले दोनों वनडे हारकर वनडे सीरीज भी उसके हाथ से निकल गई है। ऐसे में भारतीय टीम तीसरे मैच में केवल अपना सम्मान बचाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। पहले वनडे में अफ्रीका ने भारत को 31 रन से हराया था और दूसरे वनडे में भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
क्लीन स्वीप से बचने की चुनौती
अफ्रीकी टीम इस समय शानदार लय में हैं और हर हाल में आखिरी वनडे जीतकर भारत के ऊपर क्लीन स्वीप करना चाहेगी। हालांकि टीम इंडिया की नजरें क्लीन स्वीप से बचने पर रहेगी। पहले दोनों मुकाबलों में टीम इंडिया खेल के हर एक डिपार्टमेंट में बिखरी-बिखरी नजर आई थी। टीम इंडिया अगर आखिरी मैच भी हार जाती है, तो ऐसा तीसरी बार होगा जब एक अफ्रीकी दौरे पर खेले गए सभी वनडे मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा हो।
साल 2006-07 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत अफ्रीका के दौरे पर 5 वनडे मैचों की सीरीज खेलने गया था और टीम को 4-0 से सीरीज में हार का मुंह देखना पड़ा था। सीरीज का एक मैच बारिश के चलते रद्द हो गया था। इसके बाद 2013-14 के अफ्रीकी दौरे पर भी टीम के हाथों बड़ी निराशा लगी थी। उस समय एमएस धोनी टीम के कैप्टन थे और SA ने 3 मैचों की वनडे सीरीज में भारत को 2-0 से हराया था। एक मैच बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका था।
इस बार केएल राहुल की अगुआई में भारतीय टीम 3 मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 से पीछे चल रही है और टीम को अगर शर्मनाक क्लीन स्वीप से बचना है, तो आखिरी मैच में दमदार खेल दिखाना होगा।
केप टाउन में भारत का रिकॉर्ड बेहतर
अंतिम मैच केप टाउन के न्यूलैंड्स के मैदान पर खेला जाएगा। जहां टीम इंडिया का 50 ओवर फॉर्मेट में रिकॉर्ड प्रभावशाली रहा है। भारत ने यहां 5 वनडे खेले हैं और 3 में जीत दर्ज की है, जबकि 2 में टीम को हार का सामना करना पड़ा। अफ्रीका के खिलाफ भारत ने इस मैदान पर 4 वनडे खेले, जिसमें 2 जीते और दो हारे। आखिरी बार दोनों टीमों के आमना-सामना केप टाउन में साल 2018 में हुआ था। जहां भारत ने 124 रन मुकाबला जीतकर अपने नाम किया था।
बल्लेबाजों और गेंदबाजों को दिखाना होगा दम
भारत को अगर आखिरी मैच जीतकर अफ्रीकी दौरे का अंत जीत के साथ करना है, तो टीम को बैटिंग से लेकर बॉलिंग तक हर क्षेत्र में बेहतर खेल दिखाना होगा। पहले दोनों मैचों में मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों ने खासा निराश किया। साथ ही गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह को छोड़ कोई खिलाड़ी कुछ कमाल नहीं दिखा सका। कप्तान केएल राहुल भी पूरी तरह से बेअसर साबित हुए।