नई दिल्ली:– विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर को लेकर बिहार भाजपा चुनाव समिति की दो दिन तीन-तीन घंटे चली बैठक निष्कर्षहीन रही। मैराथन बैठक में समिति 125 सीटों पर माथापच्ची के बावजूद किसी भी सीट पर प्रत्याशियों के नाम को लेकर सहमति नहीं बन सकी।
अब सीट बंटवारे की घोषणा उपरांत चुनाव समिति की बैठक होगी। रविवार को संपन्न हुई बैठक में 125 सीटों पर विस्तार से चर्चा हुई। बताया जा रहा कि औसतन एक सीट पर तीन उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बनाने का प्रयास जारी है।
जिला कोर ग्रुप की ओर से सौंपी गई सूची पर प्रदेश समिति को स्क्रूटनी कर संक्षिप्त (तीन-तीन नाम) सूची केंद्रीय संसदीय बोर्ड व राष्ट्रीय चुनाव समिति के पास भेजी जाएगी। इस पर अंतिम फैसला संसदीय बोर्ड ही लेगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिहार के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान एवं सह प्रभारी सीआर पाटिल समेत प्रदेश चुनाव समिति के सभी सदस्य मौजूद थे।
दो दिन की बैठक में भाजपा के वर्तमान 80 विधायक एवं 2020 के चुनाव में हारी 30 सीटों पर चर्चा हुई। अब गठबंधन में सीट बंटवारे के उपरांत अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बैठक के उपरांत मीडिया से बातचीत में जायसवाल ने कहा कि बैठक में सभी लोगों ने अपना सुझाव दिया है।
समिति के सभी सदस्यों का एक ही मत था कि किसी भी परिस्थिति में हमारा उम्मीदवार इतना मजबूत हो कि हम एक-एक सीट भारी मतों से जीत सुनिश्चित करें। इसी बीच गठबंधन दलों के साथ सीट बंटवारे पर भी अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा।
वर्तमान सीटों के बाद बची हुई सीटों में जो भी भाजपा के कोटे में आएगा, उस पर एक तिथि तय करके एक बार फिर चर्चा की जाएगी।
बैठक में बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान के अतिरिक्त सह प्रभारी सीआर पाटिल, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एवं नित्यानंद राय, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एवं प्रेमरंजन पटेल सम्मिलित हुए।