बालोद, 1 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अवैध रेत उत्खनन पर रोक लगाने के लिए सख्त निर्देश दे चुके हैं। इसके बावजूद बालोद जिले में अवैध रेत उत्खनन का कारोबार जमकर फल-फूल रहा है। अवैध रेत उत्खनन को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है। जिले की भाजपा किसान मोर्चा एक अनोखे विरोध की तैयारी में है। गौरतलब हो कि रसूखदार लोग डौंडी ब्लाक की बहुचर्चित सिंघनवाही रेत खदान में पोकलेन लगाकर अवैध रेत उत्खनन करा रहे हैं। हालत यह है कि डौंडी ब्लॉक के विभिन्न नदी, नालों से अवैध रेत उत्खनन का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। इस बीच प्रशासन आंखें मूंद कर बैठा है या यूं कहें कि आला अफसरों के संरक्षण की वजह से नतमस्तक हैं। इसे लेकर अब स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश के बाद बालोद जिला प्रशासन ने भी जिले में अवैध रेत उत्खनन के छोटे मामलों पर कार्रवाई की और अपनी पीठ थपथपाई। लेकिन अब आलम ये है कि प्रशासन के नाक के नीचे जिले में मुख्यमंत्री के आदेश की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और अवैध रेत उत्खनन का कारोबार किया जा रहा है।
अपने रसूख की वजह से खनन माफिया के द्वारा कई जगहों पर मशीन लगाकर अवैध रेत उत्खनन कराया जा रहा है। अभी ग्राम पंचायत सिंघनवाही, मुल्लेगुड़ा में मशीन लगाकर रोज दर्जनों ट्रिप हाइवा से रेत निकाली जा रही है। ऐसा नहीं है कि इस मामले कि जानकारी प्रशासन को नहीं है। आम लोगों को अवैध रेत उत्खनन करते हुए पकड़े जाने पर तत्परतापूर्वक कार्रवाई करने वाला प्रशासन रसूखदारों पर कार्रवाई करने से कतरा रहा है।

पूरे मामले में ग्रामीणों का कहना हैं कि क्षेत्र के रेत माफियाओं की नामजद शिकायत कई बार की गई हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा शिकायत को नजरंदाज कर दिया गया। क्षेत्र में लगातार पत्थर, मुरुम व रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। इसके बाद भी संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जबकि इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिए हैं।
जिलेभर के रेत घाटों में हो रहे अवैध रेत उत्खनन के विरोध में भाजपा किसान मोर्चा द्वारा अभियान प्रारंभ कर रेत घाटों से अवैध उत्खनन को मिल रहे संरक्षण की पोल खोलने की तैयारी है। बालोद जिले से इस मामले में एक अनोखा विरोध देखने को मिल सकता है। भाजपा किसान मोर्चा ऐसे रेत घाट से एक हाइवा अवैध रेत प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेंट करने की तैयारी कर रहा है। मोर्चा के जिलाध्यक्ष तोमन साहू ने नई दुनिया से चर्चा में बताया कि पूरे बालोद जिले में पिछले तीन वर्षों से रेत का अवैध कारोबार जोरों पर चल रहा है। आगामी दिनों में अवैध रेत खदानों से एक हाइवा रेत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेंट करेंगे।
सिंघनवाही का नाम सुनते ही खनिज अधिकारी ने काटा फोन – मामले में सहायक खनिज अधिकारी प्रवीण चंद्राकर को फोन लगाया गया लेकिन सिंघनवाही का नाम सुनते ही उन्होंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया। दूसरी बार जब उन्हें फोन लगाया गया तो उन्होंने काल रिसीव नही किया। इससे यह बात जाहिर होती है कि रेत ठेकेदार और खनिज विभाग के अधिकारियों पर शासन का नियंत्रण नहीं है। इसकी वजह से रेत ठेकेदार खनिज विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर रेत घाटों को मनमानी ढंग से संचालित कर रहे है।
√ एक हाइवा अवैध रेत सीएम को भेंट करने की तैयारी में भाजपा
√ अवैध उत्खनन पर सीधे रेत खदानों से ही फेसबुक पर लाईव प्रसारण
√ अवैध उत्खनन को मिल रहे संरक्षण की पोल खोलेगा भाजपा किसान मोर्चा
भाजपा किसान मोर्चा बालोद के जिलाध्यक्ष तोमन साहू ने बताया कि जिले के विभिन्न नदी, नालों से अवैध रेत उत्खनन का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। खनिज, राजस्व व पुलिस विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। किसान मोर्चा के द्वारा अवैध उत्खनन पर अब सीधे रेत खदानों से ही फेसबुक पर लाईव प्रसारण कर आम लोगों को जिले में चल रहे रेत के माफियाराज के बारे में बताया जाएगा।
