कोरबा:- गर्मी के मौसम में पानी की सबसे ज्यादा जरुरत होती है, लेकिन इसी गर्मी में पानी की किल्लत हो जाए तो इंसान परेशान हो जाता है. नगर पालिका परिषद कटघोरा में कुछ ऐसा ही हुआ है. भीषण गर्मी में कटघोरा के वार्डवासी एक एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं.
नगर पालिका कटघोरा कोरबा जिले का उपनगरीय क्षेत्र है. यहां हाल ही में संपन्न हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस के जीत हुई थी और बीजेपी हार गई थी. इस नगर पालिका में कुल 15 वार्ड हैं, कुल जनसंख्या लगभग 20 हजार है. पालिका की हालत ऐसी है कि लगभग 70 फीसदी वार्ड जल संकट से जूझ रहे हैं. पिछले एक हफ्ते से लगातार पाइपलाइन के फट जाने और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में खराबी के कारण पानी सप्लाई में समस्या आ रही है. सामान्य दिनों में भी यहां जल संकट बरकरार रहता है. जल आवर्धन योजना हो या फिर जल जीवन मिशन. इन महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ भी कटघोरा को नहीं मिल पा रहा है.
बूंद बूंद को तरसे लोग: कटघोरा नगर पालिका में जल आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है. आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भीषण गर्मी के बीच पानी की किल्लत से नगर के लोग परेशान हैं. नगर पालिका प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, जल आपूर्ति बाधित होने के पीछे पहले पाइप लाइन टूटने की वजह सामने आई. जिसे नगर पालिका ने ठीक कर दिया. लेकिन इसके बाद फिल्टर प्लांट में तकनीकी खराबी के चलते तीन मोटर जल गए. जिससे पानी की सप्लाई थम गई, जिसे अब तक बहाल नहीं किया जा सका है. प्रभावित क्षेत्र में टैंकर से पानी की आपूर्ति का दावा किया जा रहा है, लेकिन वार्डवासियों की मानें तो टैंकरों के जरिए की जा रही पानी की सप्लाई नाकाफी साबित हो रही है.
पहले पाइप लाइन फूटी फिर मोटर जल गए: कटघोरा नगर पालिका की शमा बेगम कहती हैं कि पाइप लाइन फूट जाने के कारण नल से पानी नहीं आ रहा. घरों में लगे नलों से पानी की पतली धार गिरती है, जिससे रोज का काम भी पूरा नहीं हो पाता है. पिछले तीन दिनों से तो पानी सप्लाई पूरी तरह से बंद है. अब पीने के पानी का इंतजाम कहां से करें, इसकी भी समस्या खड़ी हो चुकी है.
वार्ड में टैंकरों से पानी की सप्लाई: वार्ड नंबर 7 की चंद बाई कहती हैं कि नगर पालिका परिषद में पानी सप्लाई के लिए कई बार शिकायतें की. इतनी धूप में बार बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ. अफसरों और कर्मचारियों को समझना चाहिए कि भीषण गर्मी में पानी की कितनी ज्यादा जरुरत लोगों को होती है. टैंकरों से पानी आ तो जरुर रहा है, लेकिन जितना पानी चाहिए, उतना नहीं दिया जा रहा है. पानी की किल्लत का अंत तुरंत किया जाना चाहिए.
पानी पर सियासी घमासान: भाजपा पार्षद पवन अग्रवाल का कहना है कि नगर पालिका परिषद के पास डिवाइडर की रंगाई पुताई, एसी लगाने और अन्य शानो शौकत वाले काम के लिए पैसे हैं, लेकिन वार्डों में पानी का इंतजाम दुरुस्त करने के लिए फंड नहीं है. पाइपलाइन टूटा हुआ है, मोटर जल चुकी है. लेकिन इसको सुधारा नहीं जा रहा है. इससे ज्यादा शर्म की बात नहीं हो सकती कि पालिका पानी की जरुरी सप्लाई नहीं दे पा रही है. प्रशासन को पहले ही इंतजाम दुरुस्त करके रखना चाहिए था, अब इसमें पार्षदों की क्या गलती है. जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन करेंगे. हमने 1 दिन का धरना भी दिया है.
नगर पालिका परिषद के सीएमओ का दावा: नगर पालिका परिषद के सीएमओ ज्ञानपुंज कुलमित्र का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से वार्डों में पानी की समस्या बनी हुई है. पहले पाइप लाइन टूट गए. पाइप लाइन की मरम्मत कराई तो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लगे हमारे 30 एचपी का मोटर जल गया. इसे सुधारने के लिए मैकेनिक बुलाया गया है. काफी प्रयास करने के बाद भी मोटर सुधारा नहीं जा सका है. दो छोटे मोटर से काम लिया जा रहा है. पूछापारा की टंकी में पानी चढ़ा लिया गया है. हमारे पास दो टैंकर हैं, 2 किराए पर लिए गए हैं. अभी चार टैंकरों से पानी सप्लाई की जा रही है. जल्द ही समस्या का निराकरण कर लिया जाएगा.