नई दिल्ली:– पीएम मोदी पिछले काफी सालों से नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक उपवास रखते हैं. इस दौरान वह कठोर नियमों का पालन करते हैं. कुछ महीनों पहले अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन से खास बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने नवरात्रि का जिक्र किया था. उन्होंने उस दौरान उपवास के अपने अनुभव के साथ-साथ इसकी प्रक्रिया और फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी. साथ ही उन्होंने नवरात्रि के दौरान रखने वाले एक फल वाले नियम के बारे में भी बताया. चलिए हम आपको बताते हैं उस पोडकास्ट के दौरान पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा था…
पीएम मोदी की नवरात्र की दिनचर्या
मैं उपवास रखने से पहले पांच सात दिन पूरे शरीर को योग और आयुर्वेद के जरिए आंतरिक रूप से साफ करता हूं.
उपवास शुरू करने से पहले में बहुत पानी पीता हूं. इससे शरीर डिटॉक्स हो जाता है.
मेरे लिए उपवास एक अनुशासन होता है. मैं उपवास के समय कितनी ही बाहर की गतिविधि करता हूं, लेकिन मैं अंतर्मन में खोया हुआ रहता हूं. मैं अपने भीतर रहता हूं. यह अद्भुत अनुभूति होती है.
मैं उपवास किताबों को पढ़कर या किसी के उपदेश के कारण नहीं करता हूं.मेरा स्कूली दिनों का खुद का एक अनुभव था.
हमारे यहां महात्मा गांधी की गोरक्षा की इच्छा के लिए एक आंदोलन चल रहा था. सरकार कोई कानून नहीं बना रही थी. उस समय पूरे देश में एक दिन का उपवास सार्वजनिक स्थल पर करने का कार्यक्रम था. मैं उस समय छोटा था.प्राइमरी स्कूल में था. मेरे जीवन का वह पहला अनुभव था कि इतनी छोटी आयु में न मुझे भूख लग रही है. एक नई चेतना महसूस हो रही थी. मैंने समझा कि यह कोई विज्ञान है. फिर मैंने धीरे धीरे खुद को गढ़ने का प्रयास किया.
उपवास के दौरान मेरी एक्टिविटी कभी बंद नहीं होती. उपवास में भी मैं उतना या कभी कभी उससे ज्यादा काम करता हूं.
उपवास के दौरान अगर मुझे कभी विचारों को व्यक्त करना है, तो मैं हैरान रह जाता हूं कि यह विचार कहां से निकलते हैं.
वर्षा ऋतु में पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है. इस दौरान मैं 24 घंटे में एक बार ही खाना खाता हूं.