कोयंबटूर:- तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में एक सरकारी मिडिल स्कूल में तीसरी कक्षा के बच्चे की पिटाई का मामला सामने आया है. हैरान करने वाली बात यह है कि स्कूल की प्रिंसिपल ने 8 साल के बच्चे की बहन से उसकी पिटाई कराई, जो उसी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है.
बताया गया है कि 14 मार्च को स्कूल में बच्चे का अपने साथी बच्चों के साथ खेलते समय झगड़ा हो गया. क्लास टीचर ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका को इस बारे में बताया. इसके बाद प्रधानाध्यापिका ने बच्चे को बुलाया और उसे गलत तरीके से बैठाया. साथ ही हेड टीचर ने बच्चे की बहन को बुलाया और उसे एक बेंत दी और अपने भाई को पीटने के लिए कहा. पिटाई में बच्चे के हाथ और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं. इसके बाद दोनों घर चले गए.
घर पहुंचने के बाद बच्चे ने अपनी मां को बताया कि उसके हाथ और पैर दर्द कर रहे हैं. यह सुनकर मां बच्चे को अस्पताल ले गई और उसका इलाज कराया. इसके बाद जब मां ने बच्चे से उसकी चोटों का कारण पूछा तो उसकी बहन ने उसे स्कूल में हुई घटना के बारे में बताया.
घटना के बारे में जानने के बाद बच्चे की मां और रिश्तेदारों ने तुरंत बाल संरक्षण टीम से शिकायत की. इसके बाद स्कूल पहुंचे अधिकारी और तालुका पुलिस स्टेशन की पुलिस पीड़ित छात्र, उसके माता-पिता और शिक्षकों से पूछताछ की.
स्थानीय लोगों ने घटना के बारे में बताया कि शिक्षकों ने छात्र से दुर्व्यवहार किया. यह बहुत दुखद है कि उन्होंने उसकी बहन को बेंत दी और उसे तब तक पीटने के लिए कहा जब तक कि बच्चे को दर्द न हो जाए. उन्होंने कहा कि छात्र की पिटाई करते समय उसका वीडियो बनाया जाना बहुत गलत है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने की जांच
मामला सामने आने के बाद, जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल पहुंचकर प्रधानाध्यापिका के खिलाफ आरोपों की जांच की. प्रधानाध्यापिका के छात्र को बेंत से पिटाने की बात स्वीकार करने के बाद उसका ट्रांसफर कर दिया गया.
घटना के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी शर्मिला ने कहा, “अगर स्कूल में पढ़ने वाले छात्र दुर्व्यवहार करते हैं, तो उन्हें समझाया जाना चाहिए. बच्चों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी जानी चाहिए. अगर टीचर ऐसा करते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.