सरगुजा :- बीजापुर में सुरक्षा बलों की तलाशी अभियान के दौरान वर्दीधारी नक्सली मुठभेड़ में ढेर हुआ है. वरिष्ठ पुलिस अफसर के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बीजापुर-दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगल में दंतेवाड़ा-बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया. वहीं इस बात की जानकारी मंगलवार को प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी दी.डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि जिले के कई हिस्सों में फिलहाल तलाशी अभियान जारी है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मुख्य धारा से भटके लोगों से बार-बार अपील की है कि जो हथियार रखते हैं और विकास में बाधा बनते हैं, वे मुख्यधारा में आएं.
सीएम भी कर चुके हैं अपील : इससे पहले 5 जुलाई को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस बात पर जोर दिया था कि राज्य जल्द ही नक्सली हिंसा से मुक्त हो जाएगा और प्रभावित इलाकों में सड़क, बिजली समेत सभी सुविधाएं होंगी. हमारा राज्य हर मायने में समृद्ध है. लगभग 44% भूमि वनाच्छादित है. मिट्टी उपजाऊ है और हमारे किसान मेहनती हैं.नक्सलवाद हमारी प्रगति में एक बड़ी बाधा थी, लेकिन हम इस पर काबू पा रहे हैं.
नक्सलियों के लिए नई पुनर्वास नीति : छत्तीसगढ़ की नई नक्सली पुनर्वास नीति में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के भविष्य को सुरक्षित करने की व्यवस्था की जा रही है. इस पहल के तहत जिला स्तर पर कौशल विकास और उन्नयन पर ध्यान केंद्रित करते हुए समर्पित नक्सलियों को लाइवलीहुड कॉलेज में उनकी दक्षता के अनुसार प्रशिक्षित किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण को पूरा करने के बाद, उन्हें अपने रोजगार या स्वरोजगार में सहायता के लिए तीन साल की अवधि के लिए दस हजार रुपये का मासिक भत्ता भी मिलेगा.
नारायणपुर जिला मुख्यालय में लाइवलीहुड कॉलेज के माध्यम से सरकार के विशेष प्रशिक्षण शिविरों में पूर्व नक्सलियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आत्मसमर्पित नक्सली आत्मनिर्भर बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं और अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं. इन शिविरों में प्रशिक्षण ले रहे आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली अपने अतीत पर अफसोस जताते हुए वर्तमान से संतुष्ट नजर आ रहे हैं.