चांपा :-जिला उप मुख्यालय चांपा क्षेत्र में इन दिनों कंटेनमेंट जोन के बाद चारों तरफ जो सन्नाटा और वीरांगी छाई हुई है उस संदर्भ में हम विश्वास के साथ यह कह सकते हैं कि ऐसी विरानगी और सन्नाटा कभी देखा ना सुना है
गौरतलब है कि जांजगीर-चांपा जिला में 13 से 23 अप्रैल तक संपूर्ण कंटेनमेंट की घोषणा होने के बाद जिला उप मुख्यालय चांपा क्षेत्र में इन दिनों जो सन्नाटा और वीरांगी देखने को मिल रहा है वह इसके पहले कभी और देखा ना सुना है इसके पहले भी जिले क्षेत्र में अनेकों बार लॉक डाउन की घोषणा की जा चुकी है जिसमें कई कारणों से लॉकडाउन के दौरान लोगों का आवाजाही आमतौर पर बना रहता था परंतु इस बार कंटेनमेंट के दौरान जो सन्नाटा और लोगों के बीच जागरूकता देखने को मिल रहा है वह इसके पहले कभी देखा और सुना नहीं गया है इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि चांपा तहसील के अनुविभागीय अधिकारी डॉ सुभाष राज के द्वारा कंटेनमेंट के दौरान सुबह से शाम तक जो ऑन द स्पॉट सक्रियता दिखाई जा रही है उसे लेकर प्रशासनिक महकमे में जमकर चर्चा की जा रही है अधिकारी के द्वारा कंटेनमेंट जोन के नियमों का पालन को लेकर सख्ती से क्रियान्वयन को प्रमुख कारण माना जा रहा है तो वही क्षेत्र के लोगों द्वारा इस बात को मन की गहराइयों से स्वीकार कर लिया गया है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन ही कोरोनावायरस से लड़ने का सरल और आसान उपाय हैं जिसका अनुपालन करके कोरोनावायरस को हराया जा सकता है यही कारण है कि अन्य लॉकडाउन के अपेक्षा इस बार कंटेनमेंट को लेकर लोगों के बीच जबरदस्त सक्रियता एवं जागरूकता दिखाई पड़ रही है यहां पर स्पष्ट कर दें कि इसके पहले के लॉकडाउनो में चांपा क्षेत्र में 18 से 20 जगहों पर बेरी केटिंग करते हुए चेकप्वाइंट का निर्माण के साथ अधिकारी एवं कर्मचारियों का ड्यूटी भी लगाया गया था इसके बाद भी लोगों की आवाजाही को रोक पाना मुश्किल हो रहा था जबकि इस कंटेनमेंट में चांपा थाना क्षेत्र में कुछ ही जगहों पर चेकप्वाइंट की स्थापना की गई है इसके बाद भी लोगों के द्वारा लापरवाही बरतने का मामला दिखाई नहीं पड़ रहा है इससे साफ जाहिर है कि चांपा क्षेत्रवासियों के द्वारा कंटेनमेंट जोन के महत्व को मन से समझ कर स्वीकार किया जा रहा है जिससे क्षेत्रवासियों के सहयोग से कोरोना संक्रमण के चैन सहित मकड़जाल को तोड़ने में जबरदस्त मदद मिलने की उम्मीद बंध रही है निसंदेह यदि चांपा वासियों के द्वारा इस तन्मयता के साथ प्रोटोकॉल का पालन किया गया तो निसंदेह हम कोरोना संक्रमण के प्रकोप से जल्द ही बाहर निकल सकेंगे